हरियाणा के ढाई लाख युवाओं के लिए राहत की खबर है। केंद्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा (सीटेट) की तर्ज पर हरियाणा में अब एचटेट (हरियाणा टीचर एलीजिबिलिटी टेस्ट) और एसटेट (स्टेट टीचर एलीजिबिलिटी टेस्ट) के प्रमाणपत्र कभी रद्दी नहीं होंगे।
हरियाणा सरकार ने इनकी वैधता को जिंदगीभर के लिए मान्य कर दिया है। जल्द ही पात्र युवाओं को आजीवन वैधता संबंधी प्रमाणपत्र जारी कर दिए जाएंगे। इस संबंध में शिक्षा विभाग के अतिरिक्ति मुख्य सचिव विनीत गर्ग ने नोटिफिकेशन जारी किया है। अब सरकार की तरफ से जितनी भी भर्तियां निकाली जाएंगी, उनमें पहले के पास आउट अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकेंगे, हालांकि, उनकी उम्र तय मानकों से अधिक नहीं होनी चाहिए। अहम बात है कि 2016 में एचटेट पास करने वाले युवाओं को भी भर्ती में शामिल होने का मौका मिलेगा। पहले उनके एचटेट के प्रमाणपत्र सात साल की वैधता होने के कारण अवैध हो गए थे।
ढाई लाख युवाओं को फायदा
हरियाणा में तीन श्रेणियों की परीक्षा के लिए एचटेट होना जरूरी है। जेबीटी (जूनियर बेसिक ट्रेंड), टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) और पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) की भर्ती के लिए एचटेट पास करने वाले ही आवेदन कर सकते हैं। सरकार के फैसले से ढाई लाख युवाओं को लाभ मिलेगा।