यूपी: उपचुनाव में मंत्रियों से लेकर पदाधिकारियों तक की जिम्मेदारी तय
उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव की तैयारियों को लेकर सीएम योगी ने शनिवार को अपने आवास पर मंत्रियों के साथ तीन घंटे से भी अधिक समय तक मंथन किया। बैठक में सीएम ने सभी मंत्रियों के साथ ही पदाधिकारियों को भी हर हाल में सभी सीटें जीतने का काम देते हुए प्रभार वाली सीटों की जिम्मेदारी भी तय की है। उन्होंने बूथ स्तर तक चुनाव प्रबंधन को और मजबूत करने के साथ ही चौपालों के माध्यम से जनता से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान कराने के निर्देश दिए।
सीएम ने मंत्रियों को बूथस्तर तक के संगठन का काम देख रहे पदाधिकारियों से फीडबैक लेकर बेहतर तालमेल के साथ काम करने को कहा। सीएम ने कहा कि अब समय नहीं है, सभी मंत्री अपने-अपने प्रभार वाले सीटों पर ही अधिक समय दें। जनता से सीधे संवाद करें, उनकी समस्याओं को सुनकर उसका निस्तारण कराएं। मंत्रियों व पदाधिकारियों को सीएम ने जिम्मेदारी निभाने में किसी भी स्तर पर कमी न रहने देने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा उपचुनाव जीतना सिर्फ चुनावी सफलता नहीं बल्कि जनता के विश्वास की जीत होगी। बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मौजूद नहीं रहे जबकि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, मंत्री सुरेश खन्ना, सूर्य प्रताप शाही, स्वतंत्र देव सिंह समेत सभी मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी व महामंत्री संगठन धर्मपाल मौजूद रहे।
योगी के नेतृत्व में होगा उपचुनाव : भूपेंद्र
प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि पार्टी की सभी नौ सीटों के लिए चुनावी तैयारी पूरी हो चुकी है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ही यह उपचुनाव होगा और सभी सीटें जीतेंगे भी। उन्होंने कहा भाजपा पूरी ताकत से चुनाव मैदान में उतर चुकी है। मिल्कीपुर सीट पर चुनाव न होने के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही इस सीट पर चुनाव होगा और चुनाव टलवाने की साजिश करने वालों की धूल चटा देंगे।
कानून-व्यवस्था पर भी हुई चर्चा
मुख्यमंत्री ने बैठक में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने को लेकर भी मंत्रियों से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने चुनाव की तैयारियों के साथ ही कानून-व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए जिम्मेदारों से लगातार चर्चा करते रहने और विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करने को भी कहा।
जातीय नेताओं से रखें लगातार संपर्क
उन्होंने सीटों पर जातीय समीकरण के लिहाज से भी रणनीति तैयार करने को कहा। सीएम ने कहा कि सीट ही नहीं, बूथ स्तर तक जातीय समीकरण के लिहाज से नेताओं को सक्रिय करें और उस जाति के लोगों से संवाद करें। प्रवासी मतदाताओं की सूची बनाएं, उन्हें बुलाने की व्यवस्था करें। मतदान को प्रभावित करने वाले लोगों और जातियों के नेताओं के साथ संपर्क कर समर्थन जुटाएंगे।
मंत्रियों ने सौंपी विपक्ष की रणनीति की रिपोर्ट
सीएम ने सभी मंत्रियों और पदाधिकारियों को सीटवार घर-घर दस्तक देने के साथ ही नामांकन के बाद से लेकर मतदान के दिन तक का रोडमैप तैयार कर काम करने को कहा। इस मौके पर मंत्रियों ने खुद की तैयारियों के साथ ही विपक्ष की चुनावी तैयारी और घोषित प्रत्याशियों की स्थिति पर भी रिपोर्ट सीएम को सौंपी। सीएम ने कहा कि नामांकन के बाद सभी मंत्री विधानसभा क्षेत्र में प्रवास करेंगे।