यूपी: ट्रेनों की तरह रोडवेज बसों में भी सोते हुए हो सकेगा सफर

यूपी परिवहन निगम के बेड़े में अब स्लीपर बसें भी शामिल की जाएंगी। लंबी दूरी वाले रूट में इन बसों को चलाया जाएगा। निगम ने इसकी तैयारी कर ली है।
ट्रेनों में स्लीपर व एसी बोगियों की तर्ज पर अब रोडवेज बसों में भी पैसेंजर अपनी बर्थ पर सोकर सफर कर सकेंगे। रोडवेज प्रशासन डेढ़ सौ एसी व नॉन एसी स्लीपर बसें खरीदने जा रहा है। पहली बार यात्रियों को स्लीपर बस सेवा रोडवेज प्रशासन उपलब्ध कराएगा, इससे रोडवेज की छवि भी बेहतर हो सकेगी।
रोडवेज प्रशासन जल्द ही एसी और नॉन एसी श्रेणियों में तकनीबन डेढ़ सौ स्लीपर बसें जल्द ही खरीदेगा। इससे यात्री बसों में सोते हुए सफर पूरा कर सकेंगे। कुल मिलाकर 4,353 बसों की खरीद की जाएगी। इसके लिए सरकार की ओर से बजट दिया गया है। नई एसी वॉल्वो, जनरथ, स्लीपर और साधारण बसें खटरा बसों की जगह लेंगी। ऐसा पहली बार हो रहा है।
साधारण व एसी बसों के साथ ही स्लीपर बसों की भी खरीद की जाएगी। अभी तक रोडवेज अनुबंध पर नॉन एसी स्लीपर बसें चला रहा है। लेकिन कभी भी एसी स्लीपर बस नहीं चली। 150 स्लीपर बसों में करीब 20 बसें एसी स्लीपर होंगी।
रोडवेज के प्रवक्ता अजीत कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से पिछले साल 500 करोड रुपये बजट में मिले थे। इसमें 120 इलेक्ट्रिक बसें और हजार साधारण बसें खरीदी जा रही हैं। इसके बाद सरकार ने फिर 700 करोड़ रुपये हैं। साथ ही अब हजार करोड़ रुपये और दिए हैं। इससे 150 एसी स्लीपर और नॉन एसी स्लीपर बसें खरीदी जा रही हैं। इसके अलावा एसी वॉल्वो, एसी जनरथ 2/2 और 3/2 समेत अन्य श्रेणी की एसी बसें व साधारण बसें भी खरीदी जाएंगी।