यूपी: पुणे की फ्लाइट चौथे दिन भी निरस्त, देरी से पहुंचे 3 विमान, 7 दिन में 4 निरस्त
लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बाबतपुर पर मौसम खराब होने के कारण विमानों के विलंबित और निरस्त होने का क्रम जारी रहा। लगातार चौथे दिन इंडिगो एयरलाइंस पुणे वाराणसी विमान निरस्त रहा।
इंडिगो एयरलाइंस 6ई 2211 दिल्ली वाराणसी का विमान आपने निर्धारित समय से सुबह 6:10 बजे की बजाय 4 घंटे 25 मिनट की देर से वाराणसी 10:35 बजे पंहुचा। इसी एयरलाइंस का विमान 6ई 371 मुंबई वाराणसी का विमान अपने समय से सुबह 6:30 बजे के बजाय 3 घंटे 30 मिनट की देर से सुबह 10:01 बजे वाराणसी पहुंचा। एयर इंडिया एआई 673 दिल्ली वाराणसी अपने निर्धारित समय के अपेक्षा 1 घंटे 25 मिनट की देर से शाम 4:10 बजे पंहुचा।
सुबह और शाम के विमानों से तौबा कर रहे यात्री : टूर ऑपरेटर सुधांशु सक्सेना ने बताया कि कोहरे को देखते हुए यात्री अब दोपहर वाली फ्लाइट को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। अलसुबह और देर शाम वाली विमान में टिकट लेने से यात्री बच रहे हैं। उसके पीछे एक यही कारण है कि कोहरे के कारण कहीं विमान निरस्त या विलंबित न हो जाए। ज्यादातर दिल्ली, मुंबई, पुणे और बंगलूरू से आने वाले विमान निरस्त और विलंबित हो रहे हैं।
7 दिन में 4 विमान निरस्त 10 उड़ानें हुईं विलंबित
लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कोहरे के कारण विमान यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ऐन वक्त पर विमान निरस्त और डायवर्ट हो जा रहे हैं। विमान के देरी से पहुंचने से भी दूर दराज के यात्रियों की इस ठंड में परेशानी हो रही है। इस हफ्ते चार विमान निरस्त और 10 से अधिक विमान देरी से एयरपोर्ट पहुंचे हैं।
डायवर्ट विमान की भी संख्या हर दिन बढ़ रही है। इंडिगो, एयर इंडिया एक्सप्रेस, स्पाइस जेट, एयर इंडिया के विमान देरी से ही पहुंच रहे हैं। एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार 20 नवंबर को दिल्ली और मुंबई का विमान कोहरे के कारण डायवर्ट हुआ था।
21 नवंबर को अकासा और एयर इंडिया एक्सप्रेस के दो विमान निरस्त और छह विमान दो से चार घंटे की देरी से एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। जबकि 23 नवंबर को इंडिगो की पुणे और बंगलूरू का विमान निरस्त और तीन विमान लेटलतीफी के शिकार हुए। इसके पूर्व भी विमान निरस्त और विलंबित हो चुके हैं।
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार कोहरे के कारण दृश्यता कम होने के कारण विमानों को नजदीकी एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट करना पड़ता है। जब एयरपोर्ट पर दृश्यता सामान्य होती है तो विमान को पुन: एयरपोर्ट पर उतारा जाता है। कोहरे में जब काफी देर तक दृश्यता कम रहती है तो विमान को निरस्त करना पड़ता है।