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भरतपुर शहर में नगर निगम द्वारा अभी हाल ही में शहर की सफाई व्यवस्था के लिए नए ठेके किए गए हैं। जिसमें कई ठेकेदारों को काम दिया गया है और उन ठेकेदारों द्वारा स्थाई कर्मचारियों को सही वेतन नहीं दिया जा रहा।
वाल्मीकि सफाई सैनिक संघर्ष समिति के बैनर तले कई दिनों से ठेकेदार की मनमानी के चलते अस्थाई सफाई कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। अस्थाई सफाई कर्मचारियों की मांग है कि उनके वेतन में वृद्धि की जाए, इसके साथ ही कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई जाए, जिससे उन्हें सफाई करने में आसानी हो और शहर की सफाई भी बेहतर ढंग से हो सके।
स्थाई कर्मचारियों का आरोप है कि ठेकेदार उन्हें बहुत कम पैसे देता है, जिससे उनके परिवार के पालन पोषण में काफी समस्या आ रही है। इसी मांग को लेकर के भाजपा कार्यालय के सामने धरने पर बैठे है। सरकार से न्याय की गुहार के लिए भाजपा जिला अध्यक्ष को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।
समाजसेवी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि भरतपुर नगर निगम में सफाई का ठेका उठाया जाता है, जिसके चलते ठेकेदार अपनी मनमानी ढंग से कर्मचारियों से कम वेतन में काम लेते हैं। अस्थाई कर्मचारियों को ठेकेदार के द्वारा मात्र 5000 दिए जाते हैं, जिससे उनके परिवार के पालन पोषण में दिक्कत आती है। नगर निगम के स्थाई सफाई कर्मचारियों की मांग है कि उनके वेतन में बढ़ोतरी की जाए, साथ ही सफाई कर्मचारियों की संख्या में इजाफा किया जाए।
अस्थाई सफाई कर्मचारी महिला सुनीता ने बताया कि उसे 5000 मिलते हैं और परिवार बड़ा है। परिवार के पालन पोषण के लिए काफी समस्या आती है। ठेकेदार के द्वारा काम अधिक लिया जाता है, बल्कि उसके बदले में पैसे कम दिए जाते हैं। उनकी मांग है कि उनके वेतन को बढ़ाया जाए। नगर निगम कार्यालय के सामने से अस्थाई कर्मचारियों ने रैली निकालकर भाजपा कार्यालय पहुंचे, जहां उसके सामने धरना प्रदर्शन कर न्याय की गुहार के लिए भाजपा जिला अध्यक्ष शिवानी दायमा को ज्ञापन दिया जाएगा।