
कोटपूतली के मांढण थाना क्षेत्र में गौरक्षकों और पुलिस की सतर्कता से गौवंश तस्करी का एक बड़ा मामला पकड़ा गया है। मामले में नारनौल से आ रही एक केन्टर गाड़ी में भरकर ले जाए जा रहे सात गौवंश को छुड़ाया गया है, जिन्हें क्रूरता से गाड़ी में ठूंसा गया था।
यह कार्रवाई मांढण पुलिस थाने की टीम ने गौरक्षकों की सूचना पर की। संदिग्ध वाहन को काठुवास टोल प्लाजा पर रोकने की कोशिश की गई, लेकिन चालक वाहन को भगाकर विजयनगर की पहाड़ियों की ओर ले गया। पीछा करने पर वह गाड़ी एक पहाड़ी इलाके में पंक्चर हालत में खड़ी मिली। आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
गाड़ी की तलाशी के दौरान उसमें निर्दयता से बांधे गए गौवंश मिले, जिन्हें तुरंत सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। इस संबंध में मांढण निवासी भीमसिंह पुत्र दयाराम की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने राजस्थान गौवंशीय पशु संरक्षण अधिनियम की धारा 5 और 8 तथा पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11(1) (ए )(डी) के तहत केस दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस अधीक्षक के आदेश पर छह सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया गया है। यह कार्रवाई एएसपी शालिनी राज के निर्देशन और थानाधिकारी रामकिशोर शर्मा के नेतृत्व में अंजाम दी गई। गौरक्षा और पुलिस की संयुक्त मुहिम से एक बार फिर साबित हुआ है कि गौ-तस्करी करने वालों पर प्रशासन की कड़ी नजर बनी हुई है।