
नागौर पुलिस ने अवैध खनन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए जिले में दो अलग-अलग स्थानों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। इस दौरान पुलिस ने करीब 10 करोड़ रुपये की कीमत के वाहनों और मशीनों को जब्त किया, साथ ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छवाहा के निर्देश पर थांवला और पांचौड़ी थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की, जिससे अवैध खनन माफिया में हड़कंप मच गया है।
थांवला थाना पुलिस की कार्रवाई
थांवला थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम कोट में लूनी नदी क्षेत्र और आलनियावास जीएसएस के पीछे नदी क्षेत्र में अवैध बजरी खनन हो रहा है। पुलिस ने तुरंत मौके पर दबिश दी, जहां जेसीबी मशीनों के जरिए अवैध बजरी खनन किया जा रहा था। इस कार्रवाई में पुलिस ने पांच डंपर (जिनमें से दो छह चक्का और एक बारह चक्का डंपर बजरी से भरे थे), तीन ट्रैक्टर, पांच बजरी से भरी ट्रालियां, एक खाली ट्रैक्टर-ट्रॉली और एक मिनी लोडर फॉर्मटेक ट्रैक्टर जब्त किया। जब्त वाहनों की बाजार कीमत करीब 2.50 करोड़ रुपये आंकी गई है।
इस दौरान मौके से तीन आरोपियों सरवन सिंह पुत्र भगवान सिंह (जाति राजपूत, निवासी कोड), जलाल खां पुत्र भोला खां (निवासी पखारिया वास, थाना ब्यावर) और शिवराज पुत्र नंदराम (जाति जाट, निवासी त्योद, थाना रूपनगढ़) को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पांचौड़ी थाना पुलिस की बड़ी कार्रवाई
दूसरी ओर, खींवसर उपखंड के पांचौड़ी थाना पुलिस ने भेड़ गांव में अवैध लाइमस्टोन खनन के खिलाफ कार्रवाई की। स्थानीय प्रशासन और खनिज विभाग के साथ मिलकर पुलिस ने अचानक दबिश दी। पुलिस की भनक लगते ही आरोपी मौके से फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने वहां से सात जेसीबी मशीनें, चार डंपर, चार एलएनटी मशीनें, दो ट्रैक्टर और एक कंप्रेसर मशीन जब्त की। इन वाहनों और मशीनों की बाजार कीमत लगभग सात करोड़ रुपये से अधिक है। पुलिस ने इस मामले में भी जांच शुरू कर दी है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
पुलिस अधीक्षक का बयान
जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छवाहा ने बताया कि नागौर पुलिस अवैध खनन के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाई कर रही है। इस बार रिया बड़ी और खींवसर उपखंड में दो बड़ी कार्रवाइयों में 10 करोड़ रुपये की मशीनरी और वाहन जब्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अवैध खनन करने वालों के खिलाफ ऐसी कार्रवाइयां भविष्य में भी जारी रहेंगी।
अवैध खनन पर शिकंजा
नागौर जिले में अवैध खनन लंबे समय से एक गंभीर समस्या रही है। इस तरह की कार्रवाइयों से पुलिस न केवल खनन माफिया पर नकेल कस रही है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने में भी योगदान दे रही है। नागौर पुलिस की इस कार्रवाई की स्थानीय लोगों ने सराहना की है और इसे अवैध खनन के खिलाफ एक मजबूत कदम बताया है।