
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत करोड़ों रुपये खर्च कर बनाए गए सेवन वंडर्स को तोड़ने की कार्रवाई रविवार को तीसरे दिन भी जारी रही। शनिवार रात से ताजमहल की संरचना ध्वस्त करने का काम शुरू किया गया, जबकि पेरिस का एफिल टावर लोहे से बना होने के कारण अपेक्षा से अधिक समय ले रहा है। प्रशासन ने इसे छह हिस्सों में काटकर हटाने की योजना बनाई है, जिनमें से चार हिस्से हटा दिए गए हैं। अब केवल शेष दो हिस्सों पर काम जारी है।
इससे पहले पहले दिन रोम का कोलोसियम, दूसरे दिन मिस्र के पिरामिड, अमेरिका का स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी और ब्राजील का क्राइस्ट द रिडीमर हटाए गए थे। तीसरे दिन ताजमहल को गिराया गया और एफिल टावर पर कार्रवाई तेज की गई। अब केवल पीसा की झुकी हुई मीनार को गिराना शेष है।
गौरतलब है कि इन सातों अजूबों का निर्माण वर्ष 2022 में लगभग 12 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था और तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसका उद्घाटन किया था। ये संरचनाएं अजमेर के आनंद सागर वेटलैंड क्षेत्र में बनी थीं। सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें वेटलैंड क्षेत्र में अवैध निर्माण मानते हुए हटाने के आदेश दिए, जिसके बाद अजमेर विकास प्राधिकरण (एडीए) ने कार्रवाई शुरू की।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र था, लेकिन अदालत के आदेश पर प्रशासन को इसे हटाना पड़ा। वहीं, कई लोग इसे सार्वजनिक धन की बर्बादी मान रहे हैं। एडीए ने बताया कि कार्रवाई पूरी होने तक सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी और जल्द ही पीसा की मीनार भी ध्वस्त कर दी जाएगी।