अन्तर्राष्ट्रीय

रूस-यूक्रेन के बीच भयंकर युद्ध जारी, कीव ने बदला कमांडर

रूसी सेना के तेजी से आगे बढ़ने के बीच यूक्रेन के सैन्य नेतृत्व ने पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र में सुरक्षा की देखरेख करने वाले कमांडर को बदल दिया है। एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि जनरल आलेक्जेंडर टार्नावस्की को जनरल आलेक्जेंडर लुट्सेंको की जगह आपरेशनल और टैक्टिकल ग्रुप डोनेट्स्क का प्रमुख नियुक्त किया गया था। यूक्रेन युद्ध के मैदान में बैकफुट पर है। रूसी सेना तेज गति से आगे बढ़ रही है। यूक्रेन ने शनिवार को कहा कि रूसी सैनिकों ने पोक्रोव्स्क के आसपास के गांवों में कई यूक्रेनी ठिकानों को नष्ट कर दिया है।

सीरिया में रूस ने सैनिकों को मोर्चों से बुलाया

रूस ने उत्तरी सीरिया के मोर्चों और अल्वाइट पर्वतीय क्षेत्र में तैनात अपने सैनिकों को वापस सैन्य अड्डों पर बुला लिया है लेकिन दोनों अड्डों को छोड़ने की योजना घोषित नहीं की है। रूस ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से लड़ने के लिए वह इन सैन्य अड्डों को बनाए रखना चाहता है।

रूसी सेना ने ये अड्डे बशर अल-असद सरकार को ताकत देने के लिए स्थापित किए थे। असद और उनके पिता हाफिज अल-असद के रूस के साथ हमेशा ही बेहद अच्छे रिश्ते रहे, अभी भी बशर ने देश छोड़कर रूस में ही शरण ली है। इस बीच सीरिया से निकाले गए छह और भारतीय शनिवार को नई दिल्ली पहुंचे हैं। इस समय सीरिया के लताकिया क्षेत्र के मिमीम में रूस का वायुसेना का अड्डा और टार्टस में नौसेना का अड्डा है।

रूसी अड्डों से कुछ भारी सामान रूस भेजा

वायुसेना अड्डे की सामने आई शुक्रवार की सेटेलाइट तस्वीरों में वहां पर दो मालवाहक एंतोनोव एएन-124 विमान में सामान का लदान देखा गया। इनमें से एक विमान शनिवार को वहां से उड़ गया। यह एंतोनोव विमान दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक विमान है।सूत्रों के अनुसार रूसी अड्डों से कुछ भारी सामान रूस भेजा गया है। यह भी पता चला है कि सीरियाई सेना के कई बड़े अधिकारी रूस के संपर्क में हैं और वे जरूरत पड़ने पर रूसी अड्डों में शरण ले सकते हैं। आठ दिसंबर को अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद का विमान दमिश्क से उड़ने के बाद लताकिया के रूसी अड्डे पर आया था और वहां से मास्को के लिए उड़ा था।

सैन्य अड्डों के विषय में रूस सीरिया के नए शासकों से बात करेगा

रूसी राष्ट्रपति के क्रेमलिन कार्यालय ने कहा है कि सैन्य अड्डों के विषय में वह सीरिया के नए शासकों से बात करेगा। रूस चाहता है कि उसके सीरिया से पूर्ववत अच्छे संबंध रहें और उसके सैन्य अड्डे वहां पर कायम रहें। सीरिया में रूस की मौजूदगी वहां की सुरक्षा और स्थिरता के लिए जरूरी है। लेकिन अमेरिका सीरिया में अपना प्रभाव बढ़ाना चाह रहा है। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि सीरिया के नए शासकों से अमेरिकी अधिकारियों का संपर्क कायम हो चुका है।

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