लिमिट बढ़ने से लेकर नए फीचर्स तक, 2024 में कितना बदल गया UPI?
डिजिटल पेमेंट्स में भारत सबसे आगे है। 2023 में कुल ऑनलाइन पेमेंट करने के मामले में भारत 40 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर था। जानकारी के अनुसार, 2023 में यूपीआई इस्तेमाल करने वालों की संख्या 30 करोड़ और 5 करोड़ मर्चेंट्स इसका इस्तेमाल कर रहे थे। पिछले साल 117.6 बिलियन ट्रांजैक्शन हुए थे। भारत में ऑनलाइन पेमेंट ‘दिन दोगुनी रात चौगुनी’ तरक्की कर रहा है। 2024 में यूपीआई में कुछ बड़े बदलाव हुए हैं। नई लिमिट से लेकर नए फीचर्स तक यूपीआई में क्या-क्या बदला है। आइए जानते हैं।
फीचर फोन यूजर्स के लिए बढ़ी लिमिट
पहले फीचर फोन यूजर्स के लिए यूपीआई लिमिट 5000 रुपये थी, लेकिन 2024 में इसे बढ़ाकर 10,000 कर दिया गया। UPI123PAY सर्विस के जरिये अब यूजर्स एक दिन में 10 हजार रुपये तक भेज सकते हैं। मिस्ड कॉल और IVR के जरिये ऑनलाइन पेमेंट किया जा सकता है।
UPI Lite हुआ बेहतर
UPI123PAY सर्विस अपडेट के साथ ही इस साल यूपीआई लाइट की लिमिट को भी बढ़ा दिया गया। यूजर अपने यूपीआई लाइट में 5000 रुपये तक जमा कर सकते हैं। जबकि पहले ये लिमिट 2,000 रुपये थी। यह फीचर यूजर्स को बिना पिना डाले छोटे ट्रांजैक्शन करने की परमिशन देता है।
ऑटो टॉप-अप फीचर
NPCI ने इस साल ऑटो टॉप-अप फीचर भी लॉन्च किया। अगर यूजर के वॉलेट में पैसा कम होता है, तो ऑटोमैटिकली पैसे भर दिए जाते हैं। इसमें किसी ऑथंटिकेशन की जरूरत भी नहीं होती है। यह सुविधा वॉलेट के साथ लिंक अकाउंट में कितने पैसे हैं, उस पर निर्भर करती है।
UPI ट्रांजैक्शन लिमिट
इस साल NPCI ने ट्रांजैक्शन लिमिट को लेकर भी बड़ा फैसला लिया। कुछ चुनिंदा पेमेंट्स के लिए लिमिट को एक लाख से बढ़ाकर पांच लाख कर दिया गया। यूजर अब हॉस्पिटल, ट्यूशन पेमेंट, IPOs और इंश्योरेंस जैसे कामों के लिए 5 लाख तक पेमेंट कर सकते हैं।
UPI Circle
इस साल जो सबसे ज्यादा खास रहा वह UPI Circle फीचर है। जिसमें यूजर अपने किसी फैमिली मेंबर या दोस्तों को शामिल कर सकते हैं। इसमें सेकेंडरी यूजर को तय की गई लिमिट तक पेमेंट करने की परमिशन मिलती है। इसमें सेकेंडरी यूजर प्राइमरी यूजर के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल पेमेंट करने के लिए कर सकता है। ध्यान रखने वाली बात है कि हर ट्रांजैक्शन के लिए प्राइमरी यूजर से सेकेंडरी यूजर को अप्रुवल लेना होता है।