
पंजाब के लुधियाना में सोमवार को अरविंद केजरीवाल का रोड शो है। रो शो के लिए केजरीवाल लुधियाना पहुंच गए हैं। उनके साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान भी है। रोड शो के बाद व्यापारियों और कारोबारियों के साथ भी बैठके करेंगे।
आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज लुधियाना में रोड शो कर रहे हैं। उनके साथ पंजाब के मुख्यमत्री भगवंत मान भी हैं। लुधियाना के जवाहर कैंप में रोड शो निकला जा रहा है। इस रोड शो में बड़ी संख्या में आप समर्थक पहुंचे हुए हैं। लुधियाना उपचुनाव के लिए यह रोड शो निकाला जा रहा है।
इसके बाद अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान लुधियाना के उद्योगपतियों और व्यापारियों से मुलाकात करेंगे। दोनों नेता यहां कुछ आम जनता से भी मिलेंगे और उनकी समस्याओं को जानेंगे। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजीव अरोड़ा ने कहा कि यह कार्यक्रम लुधियाना के होटल रेडिसन में आयोजित किया जा रहा है। इसमें करीब 400 व्यापारी व कारोबारी पहुंचेंगे।
संजीव अरोड़ा ने बताया कि दोनों नेता यहां के उद्योग-व्यापार से जुड़े मुद्दों को संबोधित करेंगे और व्यापारियों से राय-मशविरा कर उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिनकी समस्या छोटी होगी उसका समाधान मौके पर ही कर दिया जाएगा। वहीं जिसमें लंबा समय लगेगा या जो कानूनी प्रक्रिया से जुड़ा मसला होगा उसको नोट कर सरकार द्वारा जल्द से जल्द समाधान करने की कोशिश की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से पंजाब के उद्योग व्यापार को बढ़ावा के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले दिनों ही अरोड़ा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलकर लुधियाना के कुछ उद्योगपतियों का मुद्दा उठाया। मुख्यमंत्री ने उसी दिन कैबिनेट की मीटिंग बुलाई और पीएसआईईसी ओटीएस योजना लागू कर दिया जिसके कारण यहां के हजारों उद्योगपतियों के जमीन से जुड़ी समस्या का समाधान संभव हो सका।
सीएम मान, केजरीवाल समेत आप नेताओं के विरोध में नारेबाजी
इससे पहले रविवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक और पंजाब के मुख्यमत्री विधायकों और मंत्रियों के साथ हरमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंचे तो इस दौरान झब्बाल निवासी गुरमीत सिंह ने इसका विरोध किया। गुरमीत सिंह ने कहा कि सरकार बनाने से पहले आम आदमी पार्टी ने वायदा किया था कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों को सजा दी जाएगी।
लेकिन तीन साल बीत जाने के बावजूद दोषियों को सजा नहीं दी गई। गुरमीत ने इस मुद्दे को लेकर गले में तख्ती लटकाई हुई थी। जिसमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करने वाले राजनीतिज्ञों को सजा न मिल पाने संबंधी विचार लिखे हुए थे। इसमें एसजीपीसी द्वारा गायब किए गए 328 स्वरूप भी नहीं मिल पाने का रोष भी जताया गया। विरोध जता रहे गुरमीत को पुलिस ने हिरासत में रखा और कुछ देर बाद छोड़ दिया।