वर्ष के अंतिम दिन कड़कड़ाती ठंड का प्रकोप, सारे उपाय बेअसर
शहडोल जिले में मंगलवार को सुबह से कड़कड़ाती ठंड और घने कोहरे का असर देखा गया। दो दिन पहले हुई बारिश के बाद ठंड तेज हो गई है। सोमवार को हल्की धूप खिली, लेकिन शीतलहर से राहत नहीं मिली। मंगलवार सुबह से सूरज के दर्शन नहीं हुए, जिससे ठंड बढ़ गई है।
साल के अंतिम दिन सुबह से ही ठंड ने अपना असर दिखाया। कड़कड़ाती ठंड शहडोल जिले में मंगलवार की सुबह से पढ़ रही है। सोमवार को जैसे ही बादल छटे तो तेज ठंडी हवाएं चलना शुरू हो गईं। सोमवार के दिन में धूप भी खिली, लेकिन लोगों को कोई राहत नहीं मिली। मंगलवार की सुबह से ही घना कोहरा जिले में छाया रहा और ठंड का प्रकोप बरकरार रहा।
मंगलवार की सुबह से ही सूरज ने अपने दर्शन नहीं दिए, जिससे ठंड का प्प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जिले में 2 दिन पहले 19 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई, जिसके बाद ठंड का असर तेज हो गया। अब बताया जा रहा है कि जनवरी का पूरा महीना लोगों को कपाने के लिए मजबूर कर देगा। नए साल में जो लोग पार्टी मनाने की तैयारी कर रहे हैं वो अब बंद जगह को ही पार्टी बनाने के लिए तय कर रहे हैं, ताकि ठंड उन पर असर न डाल सके।
सोमवार को जब धूप निकली तो लोगों ने सोचा कि ठंड से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन धूप में बैठने के बाद भी ठंड तेज थी शीतलहर का प्रकोप था। अब मंगलवार की सुबह से सूरज ने दर्शन नहीं दिए हैं, और कड़कड़ाती ठंड पड़ रही है सुबह-सुबह कोहरा भी जिले में छाया रहा। तापमान में काफी गिरावट आई है, लोग सड़कों पर मंगलवार की सुबह से ही कम दिखाई दे रहे हैं, लोग घरों में दुबक कर ठंड से अपना बचाव कर रहे हैं।
जिला अस्पताल के आर एम ओ डॉ पुनीत श्रीवास्तव ने बताया कि इस ठंड से बुजुर्ग और बच्चों को बचाने की जरूरत है, ठंड लगने से दस्त और उल्टी का शिकार बच्चे होंगे,अभी कुछ दिनों से ऐसे मामले जिला अस्पताल में लगातार अधिक आ रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाकर रखा जाए यह ठंड उनके लिए नुकसान दायक है।