विदिशा में भाजपा संगठन में असहजता, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज कटारे को नोटिस

भाजपा संगठन के भीतर एक बार फिर असहज स्थिति देखने को मिल रही है। गुरुवार शाम भाजपा जिला अध्यक्ष महाराज सिंह दांगी डाबरी द्वारा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज कटारे को जारी किए गए नोटिस की जानकारी जैसे ही सोशल मीडिया पर सामने आई, वैसे ही जिले के राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया।
जिला अध्यक्ष की ओर से जारी नोटिस में आरोप लगाया गया है कि मनोज कटारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लगातार भाजपा विधायक, नगर पालिका अध्यक्ष सहित पार्टी के खिलाफ आपत्तिजनक और अनुचित टिप्पणियां कर रहे हैं। इससे न केवल संगठन के पदाधिकारी आहत हुए हैं, बल्कि आम लोगों के बीच पार्टी की छवि को भी नुकसान पहुंचा है।
सूत्रों के अनुसार, यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह की कार्रवाई की गई हो। इससे पहले भी नगर पालिका अध्यक्ष और जिला पंचायत अध्यक्ष को जिला अध्यक्ष द्वारा नोटिस जारी किए जा चुके हैं। हालांकि, इसी बीच एक और सवाल संगठन के भीतर उठ रहा है। विदिशा नगर पालिका के भाजपा पार्षद बीते लगभग एक माह से धरने पर बैठे हुए हैं और विधायक, नगर पालिका अध्यक्ष और प्रशासन पर भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप लगा रहे हैं। इसके बावजूद जिला अध्यक्ष न तो धरना स्थल पर पहुंचे और न ही पार्षदों के खिलाफ किसी प्रकार की अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई।
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज कटारे ने कहा कि उन्हें स्वयं किसी नोटिस की आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है और इसकी खबर उन्हें पत्रकारों के माध्यम से पता चली। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जिला अध्यक्ष को प्रदेश कार्यसमिति सदस्य को नोटिस देने का अधिकार नहीं है। यदि पार्टी के प्रदेश नेतृत्व की ओर से कोई नोटिस प्राप्त होता है, तो वे उसी मंच पर अपना पक्ष रखेंगे।
वहीं, जब इस मामले में जिला अध्यक्ष महाराज सिंह दांगी डाबरी का पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उनका फोन नहीं उठा। इससे पहले भी ऐसे मौकों पर उनसे संपर्क नहीं हो पाने की बात सामने आती रही है। नोटिस, प्रतिक्रियाओं और संगठन के भीतर उठते सवालों के चलते विदिशा की राजनीति में सरगर्मी बनी हुई है। अब सभी की नजर इस बात पर टिकी है कि प्रदेश नेतृत्व इस मामले में क्या रुख अपनाता है और आगे संगठनात्मक स्तर पर क्या कदम उठाए जाते हैं।





