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सायरस मिस्त्री के सपनों का पूरा करेंगे फिरोज और जहान, फैमिली बिजनेस में हुई एंट्री

मशहूर दिवगंत बिजनेसमैन और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री के बेटे ने अपने फैमिली बिजनेस में कदम रख दिया है। शापूरजी पलोनजी समूह के अध्यक्ष शापूर मिस्त्री ने अपने दिवंगत भाई साइरस के बेटों, फिरोज (27 वर्षीय) और जहान (25 वर्षीय) को ग्रुप की स्ट्रैटेजिक टीम में शामिल किया है। खबर है कि फिरोज और जहान, दोनों भाई समूह से जुड़े हाई लेवल डिसीजन में योगदान देंगे। शापूर मिस्त्री भी उनका मार्गदर्शन उसी तरह करेंगे जिस तरह उन्होंने लंबे समय से अपने बेटे को गाइड किया है।

दिवंगत सायरस मिस्त्री के दोनों बेटों की फैमिली बिजनेस में एंट्री, उनके पिता के निधन के 3 साल बाद हो रही है। दरअसल, साल 2022 में एक रोड एक्सीडेंट में सायरस मिस्त्री की मृत्यु हो गई थी। समूह से जुड़े अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि शापूर मिस्त्री चाहते हैं कि फिरोज और जहान को धीरे-धीरे ऑपरेशन का गहरा अनुभव हो, और इसके बाद दोनों भाइयों को ग्रुप के बोर्ड में जगह दी जाए, यही प्रोसेस वह अपने बेटे पैलोन के लिए भी फॉलो कर रहे हैं।

देश के युवा अरबपति फिरोज और जहान

दिवंगत सायरस मिस्त्री के दोनों बेटे फिरोज और जहान, दुनिया के सबसे युवा अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हैं। 30 साल से कम उम्र के युवा अरबपतियों की सूची में ज़हान और फिरोज़ मिस्त्री शामिल हैं, जिनकी ज्वाइंट नेटवर्थ 9.8 अरब डॉलर (प्रत्येक की 4.9 अरब डॉलर) है। 25 और 27 साल के इन भाइयों को यह संपत्ति उनके पिता सायरस मिस्त्री से उन्हें विरासत में मिली है।

खास बात है कि उन्हें टाटा संस में फैमिली की 18.4% हिस्सेदारी का एक हिस्सा विरासत में मिला है।ज़हान मिस्त्री येल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं तो वहीं फिरोज मिस्त्री ने वारविक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।

मिस्त्री ब्रदर्स के दादा, पल्लोनजी मिस्त्री ने परिवार की व्यावसायिक विरासत को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं, उनके अंकल, शापूर मिस्त्री ने हाल ही में शापूर मिस्त्री ने समूह की प्रमुख कंपनी एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उनके 33 वर्षीय बेटे पलोन मिस्त्री के बोर्ड में शामिल होने का रास्ता हो गया है।

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