
एसपी (डी) मनमीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि इस मामले में एफआईआर नंबर 105 के तहत कार्रवाई करते हुए चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। वीडियो को सबूत बनाते हुए उसमें मारपीट कर रहे अन्य कार्यकर्ताओं की पहचान की जा रही है ताकि उनकी भी गिरफ्तारी की जा सके।
शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष राजेश गर्ग एवं कार्यकर्ताओं द्वारा बुधवार को धरने के दौरान सिख युवक गुरविंदर सिंह के साथ मारपीट का मामला गर्मा गया है। मामले में सिख जत्थेबंदियों के दखल के बाद थाना सिटी में बुधवार की देर रात पुलिस ने वीडियो में मारपीट करने वाले कार्यकर्ताओँ के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। वहीं वीडियो को आधार बनाकर उसमें से चार लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि अभी प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
एसपी (डी) मनमीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि इस मामले में एफआईआर नंबर 105 के तहत कार्रवाई करते हुए चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। वीडियो को सबूत बनाते हुए उसमें मारपीट कर रहे अन्य कार्यकर्ताओं की पहचान की जा रही है ताकि उनकी भी गिरफ्तारी की जा सके। इस मामले में शिवसेना नेता के साथ दो मुलाजिम जो गनमैन के रुप में कार्यरत थे, उन्हें लाइनहाजिर किया गया है। पुलिस प्रशासन उनके खिलाफ भी कार्रवाई करेगा।
गुरविंदर सिविल अस्पताल में जेरेइलाज है। वीरवार को गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब के मैनेजर बलदेव सिंह, पूर्व विधायक कंवरजीत सिंह रोजी बरकंदी व अन्य सिख जत्थेबंदियों के सदस्य भी सिविल अस्पताल पहुंचे और घायल गुरविंदर का हाल जाना। साथ ही इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
गुरुद्वारा साहिब में इस बाबत सिख जत्थेबंदियों व किसान नेताओं की बैठक हुई। जिसमें इस घटना की निंदा करते हुए शिवसेना प्रदेश अध्यक्ष व अन्य मारपीट के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। साथ ही अगले संघर्ष की रुपरेखा तहत 13 जून को बठिंडा रोड स्थित गुरुद्वारा श्री तरनतारन साहिब में सुबह नौ बजे एकत्र होने का आह्वान किया, ताकि इस मामले में पीड़ित युवक को इंसाफ दिलाने के लिए संघर्ष किया जा सके।
वक्ताओं ने कहा कि पुलिस इस मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है। पीड़ित युवक पर दबाव बनाया जा रहा है। पुलिस ने सिख जत्थेबंदियों के संघर्ष के चलते धारा 299 के बाद अब 295ए की धारा तो लगा दी है, मगर मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि शिवसेना प्रधान को जो पुलिस गनमैन दिए गए हैं, वो क्यों दिए गए हैं, क्या यह गुंडागर्दी करने के लिए दिए गए हैं। इन्हीं सिक्योरिटी मुलाजिमों के दम पर ही युवक के साथ मारपीट की गई है। शिवसेना प्रधान इन गनमैन का दबदबा दिखा महीना मांगते हैं। लोगों को धमकाते हैं, जो गुंडागर्दी है। अगर पुलिस इनको जमानत पर बाहर निकालने की कोशिश करती है तो खालसा पंथ इंसाफ करेगा।