सीएम फडणवीस ने खोला विपक्षी दलों के खिलाफ मोर्चा

महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव से पहले सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को विपक्ष पर ‘त्रुटिपूर्ण’ मतदाता सूचियों को लेकर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे पर मुंबई में शीर्ष चुनाव अधिकारियों से मुलाकात कर झूठा प्रोपेगेंडा फैलाने का प्रयास कर रहा है। साथ ही उन्होंने विपक्षी महा विकास अघाड़ी को एक भ्रमित गठबंधन करार दिया।
वे विपक्षी नेताओं और राज्य चुनाव आयुक्त दिनेश वाघमारे तथा मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एस. चोकलिंगम के बीच मुंबई में लगातार दूसरे दिन हुई बैठक और मतदाता सूचियों में घालमेल होने के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। विपक्षी नेताओं ने यह भी मांग की कि विसंगतियों से भरी सूचियों का इस्तेमाल आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में नहीं किया जाना चाहिए।
फडणवीस ने बताया कि स्थानीय निकाय चुनाव राज्य निर्वाचन आयोग कराता है, और यह वही मतदाता सूची इस्तेमाल करता है जो मुख्य निर्वाचन अधिकारी के दफ्तर से आती है। विपक्ष के सवालों पर उन्होंने कहा कि अगर किसी के पास गड़बड़ी के सबूत हैं, तो वे सूची में संशोधन या नाम जोड़ने-हटाने का अनुरोध कर सकते हैं। लेकिन विपक्ष तो केवल शोर मचा रहा है। लेकिन विपक्ष की आयोग के अधिकारियों संग हो रही बैठकें नाकाम कोशिश साबित हुईं, क्योंकि विपक्षी नेताओं को यह तक नहीं पता था कि किससे क्या सवाल पूछना है और किससे नहीं। वे भ्रम की स्थिति में हैं।
दोहरे नामों के विपक्ष के आरोपों पर यह बोले
आगे बोलते हुए मुख्यमंत्री ने विपक्ष के उस आरोप को भी खारिज किया जिसमें कहा गया था कि महाराष्ट्र में बसे प्रवासी मतदाता यहां और अपने मूल राज्यों, दोनों जगह मतदाता सूची में शामिल हैं। सीएम फडणवीस ने कहा कि क्या दोहरे नाम कोई नई बात है? हम पहले भी इसकी शिकायत करते रहे हैं। विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जब आप सत्ता में थे, तब (मतदाताओं के) दोहरे नाम मौजूद थे, लेकिन तब आपने कुछ नहीं किया।
विपक्षी एकता पर भी खड़े किए सवाल
इस दौरान सीएम फडणवीस ने विपक्षी गठबंधन की एकता पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि एनसीपी (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार खुद इस बैठक से दूर रहे, क्योंकि उन्हें पता था कि उनके सहयोगी संवैधानिक संस्थाओं और संविधान पर सवाल उठाने जा रहे हैं। फडणवी ने कहा कि मैंने अपने पूरे जीवन में इतना भ्रमित विपक्ष नहीं देखा। अगर उनके पास सबूत हैं, तो उन्हें पेश करना चाहिए। उन्हें (नामों को) जोड़ने या हटाने की मांग करनी चाहिए, लेकिन वे कुछ भी नहीं करना चाहते।
विपक्ष में किसी को भी संविधान या संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं
फडणवीस ने कहा कि विपक्षी दलों के पास न तो कोई ठोस प्रमाण है, न ही प्रक्रिया की समझ। ये दुर्भाग्य ही है कि विपक्ष में किसी को भी संविधान या संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं है। ये लोग कानून को समझना ही नहीं चाहते, बल्कि केवल माहौल बनाना चाहते हैं। विपक्ष राज्य चुनाव आयोग के पास गया है। उन्होंने सीईओ एस. चोकलिंगम से मुलाकात की, जिनका स्थानीय निकाय चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है। स्थानीय निकाय चुनावों के लिए एक और अधिनियम है, और उसके लिए एक वैधानिक चुनाव आयोग का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष दिनेश वाघमारे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों का नियंत्रण वाघमारे को दिया गया है। लेकिन ये सभी लोग कल सीईओ के पास गए और उनसे मिलने के बाद ही उन्हें तथ्यों की जानकारी मिली।