मध्यप्रदेशराज्य

सीएम यादव के बेटे की शादी, जानिए रस्में कब होंगी

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के छोटे बेटे डॉ. अभिमन्यु यादव की शादी 30 नवंबर को उज्जैन के अथर्व होटल में होने वाले सामूहिक विवाह सम्मेलन में सम्पन्न होगी। इस शादी को लेकर अभी से चर्चाओं का दौर शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी सादगी का परिचय देते हुए बेटे की शादी सामूहिक विवाह समारोह में करने का निर्णय लिया है।

30 नवंबर को होने वाले सामूहिक विवाह समारोह से पहले शादी से सम्बंधित कौन-कौन सी रस्में निभाई जाएंगी, जब इस बारे में जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि 26 नवंबर से शुरू होने वाले इस समारोह में हल्दी, मेहंदी, माता पूजन और गणेश पूजन जैसे आयोजन भी किए जाएंगे।

जानें कौन सा कार्यक्रम कब और कहां है?
26 नवंबर : गणेश पूजन और हल्दी, VIP आवास पर
27 नवंबर : मेहंदी, VIP आवास पर
28 नवंबर : माता पूजन, गीता कॉलोनी निवास
29 नवंबर : महिला संगीत, होटल अथर्व
30 नवंबर : फेरे, होटल अथर्व के सामूहिक विवाह सम्मेलन में

याद रहे कि यह पहला मौका होगा जब किसी मुख्यमंत्री के बेटे के फेरे सामूहिक विवाह समारोह में पूरे होंगे। इस विवाह समारोह में डॉ. अभिमन्यु और डॉ. इशिता के अलावा 20 अन्य जोड़ों की शादी भी होगी।

यह होंगे शामिल

शादी समारोह में प्रदेश के कुछ खास लोगों को ही आमंत्रित किया गया है। इसमें दोनों परिवारों के करीबी रिश्तेदार, राज्य के मंत्री, वरिष्ठ अफसर और भाजपा के प्रमुख पदाधिकारी शामिल हो सकते हैं। यह आयोजन सिर्फ एक शादी नहीं होगा, बल्कि इसमें पारंपरिक रस्मों के साथ सामाजिक कार्यों की भी पहल होगी। जैसे गरीब कन्याओं की मदद या अन्य समाजसेवा के काम। इससे सामाजिक समरसता का संदेश जाएगा।

इसीलिए लिया यह निर्णय

सीएम डॉ. यादव सादगी के लिए पहले से मशहूर हैं। उन्होंने अपने बड़े बेटे की शादी भी राजस्थान में बहुत साधारण तरीके से की थी। अब छोटे बेटे की शादी भी उसी तरह सादगी भरी रखी है। इस फैसले से सीएम ने दिखाया कि बड़े पद पर होने के बावजूद वे आम लोगों की तरह जीवन जीते हैं। वे चाहते हैं कि समाज में फिजूलखर्ची कम हो और शादियाँ सादगी से हों। उनकी इस पहल की हर तरफ तारीफ हो रही है।

जानिए कौन हैं डॉ. इशिता

डॉ. इशिता यादव खरगोन जिले के सेल्दा गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता दिनेश यादव (पटेल) इलाके के बड़े और सम्मानित किसान हैं। किसान परिवार में जन्मी इशिता ने अपनी मेहनत से चिकित्सा क्षेत्र में जगह बनाई। उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री हासिल की और वर्तमान में पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) कर रही हैं।
इशिता न केवल पढ़ाई में अव्वल हैं, बल्कि स्वभाव से सरल और संस्कारी भी मानी जाती हैं। परिवार के करीबी बताते हैं कि इशिता बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना देखती थीं और उन्होंने इसे पूरा कर दिखाया। खरगोन जैसे ग्रामीण क्षेत्र से निकलकर ऊंची शिक्षा प्राप्त करना उनके संघर्ष और लगन का प्रतीक है।

Related Articles

Back to top button