सीरिया की राजधानी दमिश्क में घुसे विद्रोही, देश छोड़कर भागे राष्ट्रपति असद!
सीरिया में हुए गृह युद्ध के बीच विद्रोहियों ने कई बड़े शहरों पर कब्जा कर लिया है। सीरिया के विपक्षी कार्यकर्ताओं और एक विद्रोही कमांडर की तरफ से ये दावा किया गया है। सीरिया में तेजी से आगे बढ़ रहे विद्रोहियों ने कहा कि वे शनिवार को राजधानी दमिश्क के करीब थे। सेना में जारी संघर्ष के बीच विद्रोही लड़ाके राजधानी दमिश्क में घुस चुके हैं।
सीरिया के सरकारी मीडिया ने सोशल मीडिया पर फैली उन अफवाहों का खंडन किया है कि राष्ट्रपति बसर अल असद देश छोड़कर चले गए हैं। बताया जा रहा है असद अब भी राजधानी दमिश्क में अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं।
एचटीएस के विद्रोहियों ने सीरिया में जीत का किया एलान
इस्लामी समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के विद्रोहियों ने रविवार को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर होम्स पर कब्जा करने का दावा करते हुए सीरिया में एक महत्वपूर्ण जीत का एलान किया है। अब आपको 10 प्वाइंट्स में सीरियाई विद्रोही के हमले में बारे में बताते हैं।
10 प्वाइंट्स में जानें अबतक के हालात
विद्रोहियों का हमला शनिवार को सीरियाई सेना द्वारा दक्षिणी सीरिया के ज्यादातर हिस्सों से वापस चले जाने के बाद हुआ है, जिसके कारण दो प्रांतीय राजधानियों समेत देश के अधिकांश क्षेत्र विपक्षी लड़ाकों के नियंत्रण में आ गए हैं। इस्लामिक नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ विद्रोही कमांडर हसन अब्देल गनी ने कहा,हमारी सेनाओं ने राजधानी को घेरने का अंतिम चरण शुरू कर दिया है।
हमले का नेतृत्व करने वाले इस्लामी समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता ने लड़ाकों से कहा कि वे असद की सरकार की सीट लेने के लिए तैयार रहें, जो कि लंबे समय से निष्क्रिय संघर्ष में एक हफ्ते से अधिक समय से नए सिरे से आक्रामक है।
वहीं एचटीएस के अहमद अल-शरा ने टेलीग्राम पर एक बयान में अपने उपनाम अबू मोहम्मद अल-जोलानी के बजाय अपने वास्तविक नाम का उपयोग करते हुए कहा, दमिश्क आपका इंतजार कर रहा है।
सीरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेना बल दमिश्क के ग्रामीण इलाकों के सभी क्षेत्रों में मौजूद हैं। इसमें कहा गया है, इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है कि हमारे सशस्त्र बल दमिश्क के पास के स्थानों से पीछे हट गए हैं।
अब्देल गनी ने ये भी कहा, ‘हम चाहते हैं कि सभी संप्रदायों को आश्वस्त किया जाए… क्योंकि सांप्रदायिकता और अत्याचार का युग हमेशा के लिए चला गया है।’एचटीएस अल-कायदा की सीरियाई शाखा में निहित है। पश्चिमी सरकारों की तरफ से एक आतंकवादी संगठन के रूप में घोषित, इसने हाल के सालों में अपनी छवि को नरम करने की कोशिश की है। जैसे ही इस्लामी विद्रोहियों ने अधिक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है, उन्होंने अब अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में रहने वाले अल्पसंख्यक समूहों को आश्वस्त करने की कोशिश की है।’
पिछले हफ्ते शुरू हुए हमले के बाद से कम से कम 826 लोग मारे गए हैं, जिनमें अधिकतर लड़ाके हैं, लेकिन 111 नागरिक भी शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि हिंसा के कारण 3.7 लाख लोग विस्थापित हुए हैं।
सीरियाई सेना ने शनिवार को एक बयान में कहा कि उसने अपनी चौकियों पर आतंकवादियों द्वारा हमला किए जाने के बाद स्वेदा और दारारा में सैनिकों की पुनः तैनाती की है। विद्रोहियों ने सीरिया के चौथे सबसे बड़े शहर हमा पर कब्जा कर लिया था। सेना ने कहा था कि वह शहर के अंदर लड़ाई से बचने और नागरिकों की जान बचाने के लिए वहां से हट गयी है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फिदान के साथ एक कॉल में शुक्रवार को “संघर्ष के राजनीतिक समाधान” का एलान किया। साल 2015 में पारित प्रस्ताव संख्या 2254 में एक शासकीय निकाय की स्थापना करना, उसके बाद एक नए संविधान का प्रारूप तैयार करने तथा संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में चुनाव कराने का आह्वान किया गया था।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को कहा कि अमेरिका को सीरिया की स्थिति में शामिल नहीं होना चाहिए। सीरिया एक चुनौती है, हमारा दोस्त नहीं है, और संयुक्त राज्य अमेरिका को इससे कोई लेना-देना नहीं होना चाहिए।
शेख मोहम्मद ने कहा कि वह इस बात से हैरान हैं कि विद्रोही कितनी तेजी से आगे बढ़े हैं और कहा कि वे सीरिया की ‘‘क्षेत्रीय अखंडता’’ के लिए वास्तविक खतरा है। उन्होंने आगे कहा, अगर राजनीतिक प्रक्रिया नहीं शुरू की गई तो संघर्ष से काफी नुकसान हो सकता है।