
सीवर जाम और पीने के लिए गंदे पानी की सप्लाई होने से जगजीवन नगर आरडब्ल्यूए के निवासी परेशान हैं। वहीं, इलाके में रोजाना पुलिस की गश्त न होने से स्थानीय निवासी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसके अलावा नाला नंबर-52 की टूटी जाली ने उनकी मुसीबत और बढ़ा दी है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि इन तमाम समस्याओं को लेकर कई बार स्थानीय प्रशासन से शिकायत की गई, लेकिन शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
रविवार को आयोजित संवाद कार्यक्रम में उपस्थित नितिन कुमार, अनिल दहिया, सुशील कुमार, पदम सिंह चौधरी, अविनाश करण, योगेश कुमार और अर्जुन सहित अन्य निवासियों न समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कॉलोनी में पीने के लिए सीवर वाला पानी आता है, जिस वजह से लोगों को पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। आए दिन पानी पर अधिक खर्च होने से उनके घर का बजट बिगड़ गया है। कॉलोनी में सीवर जाम हो जाता है। सीवर का पानी गलियों में बहता रहता है।
टूटी हुई हैं नाले की जालियां, हादसे का खतरा
निवासियों का कहना है कि कॉलोनी में सीवर की लाइन बदले हुए जमाना बीत गया है। इसके अलावा कॉलोनी से होकर गुजरने वाला नाला नंबर-52 की जालियां जगह-जगह से टूट गई हैं, जिसकी मरम्मत नहीं की जा रही है। नाले के आसपास छोटे-छोटे बच्चे खेलते रहते हैं। ऐसे में हादसा होने का खतरा बना रहता है। लोनी मेन रोड से लेकर स्कूल तक और दुर्गापुरी चौक से लेकर शाहदरा तक जाम की स्थिति बनी रहती है। पार्किंग की सुविधा नहीं होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, इलाके में नियमित रूप से पुलिस की गश्त न होने से बदमाशों के हौसले बुलंद हो गए हैं। वे इलाके में लूट और झपटमारी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। नाला नंबर-52 के पास सारा दिन असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। वे यहां पर नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं। इसके बावजूद पुलिस इन बदमाशों पर लगाम नहीं कस पा रही है।
लोगों ने बताई समस्याएं
पीने के लिए सीवर का पानी आ रहा है। इस वजह से कॉलोनी के लोगों को पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। – सीताराम निम्मी, अध्यक्ष।
जाम और अतिक्रमण की समस्याएं बनी हुई है, जिससे लोगों को परेशानी होती है। कॉलोनी में पार्किंग नहीं है। – जय भगवान, उपाध्यक्ष।
कॉलोनी में ज्यादातर गलियों में गैस की पाइपलाइन नहीं डाली गई है। लोग गैस पाइपलाइन का इंतजार कर रहे हैं।- कैलाश चंद, वरिष्ठ उपाध्यक्ष।




