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सेल्स गिरी, शेयर के दाम गिरे; अब एक्शन में Ola Electric

ओला इलेक्ट्रिक अपने हाइपरसर्विस प्रोग्राम के अगले फेज में जाने के साथ ही करीब 1,000 सीनियर सर्विस टेक्नीशियन और स्पेशलाइज्ड प्रोफेशनल्स को भर्ती करने की तैयारी कर रही है। इस विस्तार से कंपनी के करीब 2,000 लोगों के आफ्टर-सेल्स वर्कफोर्स को काफी मजबूती मिलेगी और यह मुख्य बाजारों में सर्विस बैकलॉग को खत्म करने के लिए हफ्तों तक चले रैपिड-रिस्पांस प्रयासों के बाद हो रहा है।

कंपनी के एक सीनियर अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “यह हाइपर सर्विस का दूसरा, ज्यादा स्ट्रक्चरल हिस्सा है। टास्क फोर्स आग बुझाने जैसा था। इस फेज का मकसद यह पक्का करना है कि हमें दोबारा ऐसी स्थिति से ना गुजरना पड़े।”

क्षमता को अपग्रेड करना है मकसद
आम हायरिंग विस्तार के उलट, यह आने वाला अभियान सीनियर और स्पेशलिस्ट भूमिकाओं पर फोकस करता है। EV डायग्नोस्टिक्स एक्सपर्ट से लेकर सर्विस सेंटर मैनेजर और कस्टमर फेसिंग एडवाइजर तक। अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि मकसद सिर्फ कर्मचारियों की संख्या बढ़ाना नहीं, बल्कि क्षमता को अपग्रेड करना है, उन भूमिकाओं को टारगेट करना है जो रिपेयर की सटीकता, सेंटर के कामकाज और पहले संपर्क में कस्टमर अनुभव को प्रभावित करती हैं।

प्लान से परिचित एक और व्यक्ति ने कहा, “हम वहां क्षमता बढ़ा रहे हैं जहां असल में फैसले लिए जाते हैं – शॉप फ्लोर पर, सेंटर लीडरशिप में, और कस्टमर इंटरफेस पर। पैमाना पूरे भारत में निरंतरता और गति है, न कि सिर्फ जमीन पर लोगों की संख्या।”

ओला पर बढ़ा लोड
2023 में स्कूटर डिलीवरी में तेजी आने के बाद से ओला का सर्विस लोड काफी बढ़ गया है, जिससे कई शहरों में लंबा इंतजार और बीच-बीच में पार्ट्स की कमी हो गई है। इस साल की शुरुआत में लॉन्च किया गया हाइपरसर्विस, चरणों में शुरू किया जा रहा है। पहले एक सर्ज टीम के साथ पेंडिंग कामों को खत्म करना, फिर मजबूत प्रक्रियाओं, स्टाफिंग और डिजिटल टूल के माध्यम से रोजाना की सर्विस को मजबूत करना।

अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, बेंगलुरु में एक पायलट प्रोजेक्ट ने काफी हद तक बैकलॉग को खत्म कर दिया है, और कंपनी अब इस मॉडल को देश भर में बढ़ा रही है। यह हायरिंग प्रयास नए डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ हो रहा है, जिसमें ओला ऐप और वेबसाइट पर एक इन-ऐप सर्विस अपॉइंटमेंट सिस्टम और एक ऑनलाइन जेनुइन-पार्ट्स स्टोर शामिल है।

ओला की सेल और शेयर दोनों हैं गिरे
9 अगस्त, 2024 को ओला का 76 रुपये प्रति शेयर पर फ्लैट खुला था। इसके बाद यह स्टॉक एक महीने से भी कम समय में दोगुने से ज्यादा हो गया और पिछले साल 20 अगस्त को 107 परसेंट बढ़कर 157.4 रुपये प्रति शेयर के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया।

तब से अब तक ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 77 परसेंट से ज्यादा गिर चुके हैं। यह स्टॉक अभी अपने IPO और लिस्टिंग प्राइस 76 रुपये प्रति शेयर से लगभग 52 परसेंट नीचे है। ओला इलेक्ट्रिक के शेयर पिछले पांच दिनों में करीब 13 परसेंट और पिछले एक महीने में करीब 28 परसेंट गिर गए हैं। यह स्टॉक इस साल अब तक 58 परसेंट से ज्यादा नीचे आ गया है। इस खबर को लिखते समय ओला के शेयर NSE पर -1.14 % गिरकर 35.71 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं।

कभी EV सेगमेंट में भारत का लीडर रही OLA अब अपने स्कूटर की कम डिमांड का सामना कर रहा है। नवंबर 2025 में, ओला ने सिर्फ 8,400 यूनिट्स बेची, जो नवंबर 2024 की तुलना में 71% कम है। इस ब्रांड को भारत में फिर से रफ्तार पकड़ने के लिए कुछ करने की जरूरत है।

ओला के इलेक्ट्रिक स्कूटर को रिलायबिलिटी और आफ्टर-सेल्स सर्विस को लेकर बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। पूरे भारत में कई डीलरशिप को अभी भी बहुत सारी शिकायतें मिल रही हैं, जिनमें से कई महीनों तक अनसुलझी रहती हैं। लोगों का भरोसा टूट गया है और यही वजह है कि उनकी सेल्स परफॉर्मेंस खराब हो रही है।

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