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स्पेन पहुंचे विदेश मंत्री एस. जयशंकर, कहा- भारत में आपकी कंपनियों का स्वागत

 विदेश मंत्री के रूप में स्पेन के अपने पहले दौरे पर सोमवार को मैड्रिड पहुंचे एस. जयशंकर ने अपने स्पेनी समकक्ष जोस मैनुएल अल्बरेस के साथ क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।

उन्होंने कहा कि भारत यूरोपीय संघ के साथ घनिष्ठ साझेदारी के लिए प्रयासरत है और भविष्य में भूमध्यसागरीय क्षेत्र में इसकी उपस्थिति और अधिक स्पष्ट होगी।

रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर

जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों ने रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में कुछ बहुत उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। भारत, स्पेन के साथ अपने रक्षा और सुरक्षा सहयोग को और बढ़ाने के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा, ”हम अपनी सेनाओं के बीच सहयोग को महत्व देते हैं।”

उन्होंने कहा कि आज दुनिया थोड़ी अस्थिर और अनिश्चित लग सकती है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि समान दृष्टिकोण और समान हितों वाले देश और साझेदार अधिक निकटता से काम करें।

भारत-स्पेन के बीच मजबूत संबंध

उन्होंने कहा, ”मुझे पूरा विश्वास है कि भारत-स्पेन के बीच मजबूत संबंध, और भारत एवं यूरोपीय संघ के बीच मजबूत सहयोग अशांत दुनिया में स्थिरता लाने वाला कारक हो सकता है।”उल्लेखनीय है कि लगभग ढाई महीने पहले स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज भारत के दौरे पर आए थे। इसके बाद जयशंकर दो दिवसीय यात्रा पर यहां आए हैं।

स्पेनी कंपनियों का स्वागत है

अल्बरेस के साथ बैठक के बाद जयशंकर ने कहा कि भारत में 230 स्पेनी कंपनियां हैं और दिल्ली अधिक से अधिक ऐसी कंपनियों का स्वागत करेगी जो ”हमारे साथ जुड़ें और भारत में निर्माण करें, भारत में डिजाइन करें और भारत के साथ साझेदारी करें।”उन्होंने कहा, ”भारत और स्पेन के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 10 बिलियन यूरो है। रेलवे, डिजिटल और शहरी प्रौद्योगिकी, स्मार्ट सिटी, हरित और स्वच्छ प्रौद्योगिकी में अपार संभावनाएं हैं।”

आज स्पेन के विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बेरेस के साथ व्यापक चर्चा करके प्रसन्नता हुई। व्यापार, निवेश, रक्षा, सुरक्षा, शहरी विकास, रेलवे, हरित हाइड्रोजन, जलवायु और लोगों के बीच संबंधों समेत हमारी द्विपक्षीय साझेदारी पर उपयोगी बातचीत हुई। भारत मजबूत भारत-यूरोपीय संघ संबंधों और एक विश्वसनीय भूमध्यसागरीय भागीदार के रूप में स्पेन की सराहना करता है। खेल और सतत शहरी विकास पर समझौतों पर हस्ताक्षर किए। एस. जयशंकर विदेश मंत्री।

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