टेढ़े-मेढ़े दांतों व जबड़ों को सही करना आसान होगा। अब तक पीजीआई रोहतक में ही सुविधा मिलती थी।
टेढ़े-मेढ़े व गलत संरेखित दांतों और जबड़ों को ठीक कराने के लिए जिले के मरीजों को अब न तो पीजीआईएमएस रोहतक जाना पड़ेगा और न ही निजी डेंटल अस्पतालों में। क्योंकि प्रदेश में पहली बार जिला के नागरिक अस्पताल में ऑर्थोडॉन्टिक ओपीडी शुरू होने जा रही है। इससे समय की बचत के साथ आर्थिक बोझ भी कम होगा। इससे शहर के अलावा आसपास के गांवों के मरीजों को भी लाभ मिलेगा। क्योंकि पीजीआईएमएस में वेटिंग अधिक होने के कारण मरीज परेशान होते थे।
सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी मरीजों की परेशानी बढ़ा रही थी। इसे देखते हुए निजी अस्पताल के चिकित्सकों को सरकारी अस्पतालों में ओपीडी लगाने का अनुमति दी जा रही है। इस कड़ी में सिविल सर्जन ने सरकारी विशेषज्ञ चिकित्सकों को भी ओपीडी लगाने की अनुमति देने का का निर्णय लिया है। ऐसे में दंत सर्जन डॉ. सुभाष गहलावत ने अपनी विशेषज्ञता से सिविल सर्जन को अवगत कराया। उन्होंने अस्पताल में ऑर्थोडॉन्टिक ओपीडी की शुरुआत करने की बात कही। इस पर सिविल सर्जन ने अस्पताल में ऑर्थोडॉन्टिक ओपीडी शुरू कराने का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों के समक्ष रखा तो उच्च अधिकारियों ने इस प्रस्ताव पर मंजूरी दी है।
लैब के साथ किया जाएगा एमओयू
जिला नागरिक अस्पताल में ऑर्थोडॉन्टिक ओपीडी शुरू करने को जरूरी लैब टेस्ट व एक्स-रे के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया जाएगा। सरकार की ओर से निर्धारित दाम पर मरीज के निजी लैब में टेस्ट और एक्स रे किए जा सके। डेंटल सर्जन के मुताबिक ऑर्थोडॉन्टिक ओपीडी शुरू करने के लिए जल्द जरूरी सामान की खरीद की जाएगी। नागरिक अस्पताल में ऑर्थोडॉन्टिक ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों से एक बार में 200 रुपये की फीस ली जाएगी। साथ ही अस्पताल में सामान उपलब्ध होने पर 1500 रुपये में इलाज मिल सकेगा। अस्पताल में गलत संरेखित दांतों और जबड़ों के ऑर्थोडॉन्टिक उपचार के लिए अगर सामान उपलब्ध नहीं होगा तो मरीज को उसे बाहर से खरीदकर लाना होगा। ऐसे में उससे 1500 रुपये जमा नहीं करवाए जाएंगे।
पीजीआईएमएस में चल रही लंबी वेटिंग
पीजीआईएमएस रोहतक में ऑर्थोडॉन्टिक ओपीडी सेवा पहले से उपलब्ध है। जहां पर वेटिंग ज्यादा होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। सिविल सर्जन ने बताया कि पीजीआईएमएस रोहतक में डेढ़ से दो साल तक की लंबी वेटिंग चल रही है। ऐसे में मरीजों को बाहर निजी अस्पतालों के चक्कर काटकर ऑर्थोडॉन्टिक उपचार कराना पड़ रहा है। इसके चलते जिला नागरिक अस्पताल में ऑर्थोडॉन्टिक उपचार शुरू करने का निर्णय लिया है।
निजी अस्पताल में 25 से 30 हजार रुपये आता है खर्च
दंत मरीजों को ऑर्थोडॉन्टिक उपचार कराने के लिए निजी अस्पतालों में 25 से 30 हजार खर्च करने पड़ रहे हैं। जिला नागरिक अस्पताल में ऑर्थोडॉन्टिक ओपीडी शुरू होने के बाद मरीज कम खर्च में उपचार करा सकेंगे। यह मौखिक स्वास्थ्य, कार्य और सुंदरीशास्त्र को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जिला नागरिक अस्पताल में ऑर्थोडॉन्टिक ओपीडी जल्द शुरू होगी। प्रदेश में सोनीपत के नागरिक अस्पताल में पहली बार यह सुविधा शुरू की जा रही है। इसमें दंत मरीजों को ऑर्थोडॉन्टिक उपचार की सुविधा मिलेगी। – डॉ. जयकिशोर, सिविल सर्जन, सोनीपत
लैब टेस्ट व एक्स रे के लिए एमओयू हाेने के बाद ऑर्थोडॉन्टिक ओपीडी सेवा शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए तैयारियां जारी हैं। एमओयू होने के बाद मरीजों का उपचार शुरू कर दिया जाएगा। -डॉ. सुभाष गहलावत, ऑर्थोडॉन्टिस्ट, जिला नागरिक अस्पताल