राज्यहरियाणा

हरियाणा: फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर व भिवानी में मकानों की छत गिरी

हरियाणा के टोहाना और कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई। बारिश के कारण मकानों की छत और दीवारें गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। वहीं, यमुनानगर जिले के रादौर क्षेत्र के गांव बंदी खजूरी में सुबह के समय एक दर्दनाक हादसा हो गया। तेज बारिश के कारण एक मकान की छत ढह गई, जिसमें एक 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य लोग घायल हो गए।

भिवानी के कलिंगा गांव में मंगलवार रात अधिक बरसात के चलते मकान की दीवार दकरने से मकान में सो रहे छह सदस्य नीचे दब गए। इस घटना में मकान में सो रहे छह सदस्यों में तीन की मौत हो गई जबकि तीन अन्य को गंभीर घायल होने के चलते रोहतक पीजीआई में दाखिल करवाया गया। इस घटना में 47 वर्षीय ओमपाल, 42 वर्षीय पत्नी अनिता तथा 5 वर्षीय बेटा ध्रूव घायल है, जबकि ओमपाल की तीन नाबालिग बेटियां 15 वर्षीय अंशिका, 9 वर्षीय दिशा, 7 वर्षीय भारती की मकान में दबने से मौत हो गई है।

टोहाना में हादसा, एक की मौत

टोहाना ब्लॉक के गांव समैन में मंगलवार शाम को बारिश के कारण एक मकान की छत और दीवार ढह गई। इस हादसे में रणधीर सिंह (48) की मौत हो गई। रणधीर टोहाना शहर में एक दुकान पर काम करते थे। उनके भतीजे पवन सोनी ने बताया कि रणधीर मंगलवार शाम को काम से घर लौटे थे और बारिश के पानी की सफाई कर रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। रणधीर छत के मलबे में दब गए।

पड़ोसियों ने उन्हें बाहर निकाला, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो चुके थे। उन्हें पहले टोहाना के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां से हिसार रेफर किया गया। रास्ते में बरवाला के पास रणधीर ने दम तोड़ दिया। मृतक की पत्नी संतोष देवी दिव्यांग है और उनके दो बेटे हैं। परिजनों ने सरकार और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।

शाहाबाद में दो की मौत, चार घायल

उधर, शाहाबाद में मंगलवार रात को हुई मूसलाधार बारिश के कारण एक दर पर बने कमरे की छत ढह गई। इस हादसे में छह लोग मलबे में दब गए। इनमें से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हुए हैं। मृतक और घायल इलाहाबाद के रहने वाले बताए जा रहे हैं। हादसा बुधवार सुबह 6 से 7 बजे के बीच हुआ। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने दोनों घटनाओं की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोग बारिश के कारण कमजोर हो चुके मकानों की मरम्मत और प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल सहायता की मांग कर रहे हैं।

वहीं, हरियाणा में लगातार हो रही बारिश ने लोगों के लिए भयंकर संकट पैदा कर दिया है। खेतों से लेकर सड़कों और आवासीय इलाकों तक जलभराव हो गया है, जिससे हजारों एकड़ फसलें डूब चुकी हैं। भिवानी और सिरसा में ड्रेनें टूटने से स्थिति और बिगड़ गई, जबकि फतेहाबाद जिले के भूना, जाखल और टोहाना ब्लॉकों में जलभराव के कारण स्कूलों में आज से तीन दिनों के लिए अवकाश घोषित कर दिया गया है। हिसार-चंडीगढ़ हाईवे को तोड़कर पानी निकाला गया, नारनौंद में छत गिरने से एक महिला की मौत हो गई, और बरवाला में दो बच्चे घायल हो गए। भूना में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं, जहां करीब 450 घर डूब चुके हैं।

हिसार जिले के 130 गांवों में खेतों में जलभराव है, जबकि 32 गांवों के आबादी वाले इलाकों में पानी घुस गया है। भगाना में माइनर टूटने से खेतों में अतिरिक्त पानी भर गया, और नियाणा में चार मकान गिर गए। जिले के 36 स्कूलों के भवनों में जलभराव के कारण शिक्षण कार्य बाधित हो गया है, और 10 स्कूल सोमवार से बंद हैं। कुल 86 हजार एकड़ फसलों में जलभराव हुआ है। घग्गर मल्टीपर्पज ड्रेन में क्षमता से अधिक 800 क्यूसेक पानी बह रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

वहीं, फतेहाबाद जिले में ढाणी सांचला में मकान की छत गिर गई, जबकि भूना में बाढ़ जैसे दृश्य नजर आ रहे हैं। भूना-कुलां मार्ग पर जलभराव के कारण सड़क बंद कर दी गई है। यहां 450 से अधिक घर डूब चुके हैं, और कई परिवारों को जनता, अग्रवाल तथा पंजाबी धर्मशालाओं में शरण लेनी पड़ी है। भूना में घर में फंसे एक जच्चा-बच्चा को पुलिस ने जनता धर्मशाला में सुरक्षित पहुंचाया। जिले में अब तक करीब 10 हजार एकड़ खेतों में जलभराव हो चुका है। गांव पिरथला के बिजलीघर में पानी भरने से बिजली गुल हो गई, और उकलाना रोड पर गिरे पेड़ को पुलिस ने हटवाया।

Related Articles

Back to top button