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हरियाणा : फायरिंग की वारदातों के साथ 10 गुना बढ़े रंगदारी के रेट

पिछले पांच माह में प्रदेश में अवैध हथियारों से फायरिंग की वारदातों में भी तेजी से वृद्धि ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बदमाश व्हाट्सएप काॅल करके रंगदारी मांग रहे हैं और पुलिस के आला अधिकारी अपनी चुप्पी तोड़ने को तैयार नहीं हैं।

प्रति व्यक्ति आय और निवेश में आगे बढ़ रहे हरियाणा की एक डरावनी तस्वीर भी है। प्रदेश में अपराध के साथ-साथ रंगदारी और फिरौती के मामले बढ़ने के साथ इनके रेट में भी 10 गुना से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। पिछले दस साल में जहां बदमाश रंगदारी में 10-20 लाख रुपये तक मांगते थे, वो राशि बढ़कर अब 1 करोड़ से 10 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।

पिछले पांच माह में प्रदेश में अवैध हथियारों से फायरिंग की वारदातों में भी तेजी से वृद्धि ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिगड़ती कानून व्यवस्था का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पांच महीने में 385 ऐसी वारदातें हुई हैं, जिनमें हथियारों का प्रयोग किया गया है। इस हिसाब से हरियाणा में प्रतिदिन औसतन 2 ऐसी वारदातें हो रही हैं।

इनमें झगड़े, जान से मारने की धमकी देने समेत रंगदारी मांगने के दर्जनों मामलों समेत अन्य वारदातें शामिल हैं। पंजाब की तर्ज पर हरियाणा में बढ़ रहे रंगदारी मांगने के प्रचलन से व्यापारियों, नेताओं और बड़े कारोबारियों की नींद हराम हो गई है। बदमाश व्हाट्सएप काॅल करके रंगदारी मांग रहे हैं और पुलिस के आला अधिकारी अपनी चुप्पी तोड़ने को तैयार नहीं हैं।

यूपी, राजस्थान व दिल्ली से लगते 7 जिलों में ही 63 फीसदी वारदातें
खास बात ये है कि अवैध असलहों से फायरिंग के सबसे अधिक मामले दिल्ली, राजस्थान और यूपी के साथ लगते 7 जिलों में हुए हैं। प्रदेश के कुल केसों में से 63 फीसदी मामले इन जिलों से संबंधित हैं। इन जिलों में पलवल, नूंह, गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर, सोनीपत और रोहतक जिले हैं। पुलिस को आशंका है कि इन तीनों राज्यों के साथ लगते जिलों से हरियाणा में अवैध हथियारों की तस्करी हो रही है। पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद प्रदेश में न तो हथियारों की आपूर्ति रुक रही है और न वारदातें।

विधानसभा चुनाव से पहले अपराध पर लगाम सरकार के लिए बड़ी चुनौती
अक्तूबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से ठीक पहले अचानक हरियाणा में बिगड़ी कानून-व्यवस्था और रंगदारी मांगने के मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। अपराध को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस, आप, इनेलो और जजपा भी सरकार की घेराबंदी कर रही हैं। प्रदेश में बना भय का यह माहौल अगर लंबा चला तो चुनाव में सरकार को जनता की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। खुफिया एजेंसी भी सरकार को इस प्रकार का इनपुट दे चुकी हैं।

रंगदारी मांगने के बड़े मामले
24 जून : हिसार की ऑटो मार्केट में कार शोरूम पर 35 गोलियां चलाकर पांच करोड़ की रंगदारी मांगी गई।
23 जून : खानपुर बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा अधिकारी डॉ. संयम जैन से 50 लाख रुपये मांगे
17 जून : खरखौदा आईएमटी में कंपनी नीलगिरी के मालिक से 50 लाख रुपये मांगे।
16 जून : जींद में जुलाना उपमंडल के गांव फतेहगढ़ के पूर्व सरपंच श्रीनिवास से 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी।
5 जून : करनाल के कर्ण कैनाल में इमिग्रेशन सेंटर के बाहर गोली चलाकर एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी।
4 जून : बहादुरगढ़ नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष अशोक गुप्ता को व्हाट्सएप कॉल कर गैंगस्टर नंदू ने 2 करोड़ की मांग की।
7 फरवरी : रोहतक में सांपला के सीताराम हलवाई की दुकान पर फायरिंग कर 1 करोड़ रुपये मांगे।
21 जनवरी : सोनीपत में मातूराम हलवाई की दुकान पर गोलियां बरसाकर 2 करोड़ की रंगदारी मांगी थी।

रंगदारी न देने पर कुरुक्षेत्र में कारोबारी के भाई की हत्या
पिहोवा में मई के प्रथम सप्ताह में कारोबारी सुमित बंसल से रंगदारी मांगी गई थी। न देने पर कारोबारी के भाई अमित बंसल की घर में घुसकर चाकू से हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी अभी फरार है।

हिसार में हालात खराब, लगातार आ रहे रंगदारी के लिए फोन
24 जून को ऑटो मार्केट में महिंद्रा शोरूम के मालिक इनेलो नेता रामभगत गुप्ता से 5 करोड़ की फिरौती मांगी गई। अगले दिन 25 जून भीम ऑटो मोबाइल्स संचालक से 2 करोड़ और गोयल तिरपाल हाउस संचालक से 2 करोड़ की फिरौती मांगी गई। अभी तक इन मामलों में किसी गिरफ्तारी नहीं हुई है और पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

प्रतिक्रिया
भाजपा सरकार ने हरियाणा को अपराध के दलदल में धकेल दिया है। बदमाशों को सरकार ने संरक्षण दे रखा है या फिर पुलिस की बदमाशों पर पकड़ नहीं है। हरियाणा में जो भय का माहौल बन रहा है वह किसी के लिए भी ठीक नहीं है। कांग्रेस सरकार बनने के बाद पहले की तरह बदमाशों का सफाया किया जाएगा। -भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व सीएम, हरियाणा

बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए पुलिस को कड़े निर्देश दिए गए हैं। एसटीएफ समेत पुलिस की टीमें काम कर रही हैं। रंगदारी के मामलों को लेकर सरकार गंभीर है। जल्द पुलिस ऐसे बदमाशों की पहचान कर उनको सलाखों के पीछे डालेगी। कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने वाले किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। -नायब सिंह सैनी, मुख्यमंत्री, हरियाणा।

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