हरियाणा और राजस्थान वन विभाग की संयुक्त टीम ने सरिस्का टाइगर रिजर्व से भटके एक वयस्क नर बाघ को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया। सरिस्का टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर सागरम सिंह, आईएफएस, सरिस्का टाइगर रिजर्व के डिप्टी फील्ड डायरेक्टर अभिमन्यु सहारन, आईएफएस और रेवाड़ी के डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर दीपक पाटिल, आईएफएस के मार्गदर्शन में चलाए गए बचाव अभियान के परिणामस्वरूप बाघ को सुरक्षित पकड़ लिया गया, जो पिछले ढाई महीने से रेवाड़ी के झाबुआ रिजर्व फॉरेस्ट में रह रहा था।
बाघ को वापस ले जाया जाएगा राजस्थान
यह बाघ सरिस्का में अपने मूल निवास स्थान से बहुत दूर घूम रहा था, झाबुआ क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद से दोनों राज्य वन विभागों द्वारा सावधानीपूर्वक निगरानी की गई थी। ऑपरेशन में सहायता के लिए रणथंभौर टाइगर रिजर्व से एक विशेष टीम को बुलाया गया और आज शाम लगभग साढ़े 6 बजे बाघ को सफलतापूर्वक शांत किया गया। बाघ को वापस राजस्थान ले जाया जाएगा और उसके प्राकृतिक आवास के भीतर एक उपयुक्त स्थान पर छोड़ा जाएगा।
सरिस्का टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर ने कहा, “यह अभियान बाघ रेस्क्यू और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में हरियाणा और राजस्थान वन विभागों के बीच समर्पण और समन्वय की भावना को दर्शाता है। हमारी टीम नै पिछले हफ्तों में इस ऑपरेशन की निगरानी और तैयारी के लिए अथक परिश्रम किया।” सरिस्का टाइगर रिजर्व की टीम द्वारा प्रदर्शित त्वरित प्रतिक्रिया और विशेषज्ञता ने सुरक्षित बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में अंतर-राज्यीय सहयोग की प्रभावशीलता को रेखांकित किया।