
सोनीपत में स्थित एक सीएचसी केंद्र संचालक लक्की आंतिल ने बताया कि बुधवार शाम को पोर्टल रुक रुक कर चल रहा था। इसके बाद वीरवार सुबह पोर्टल पूर्ण रूप से कार्य कर रहा था। पात्र युवा पोर्टल पर अपने आवेदन करवा रहे थे।
सीएचसी पर सीईटी के लिए ऑनलाइन आवेदन करने को पहुंच रहे विद्यार्थियों को करीब एक घंटे से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सीएचसी पर एक घंटे से पोर्टल नहीं चल रहा है। ऐसे में विद्यार्थियों को पात्रता परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन करने में दिक्कत झेलनी पड़ रही है।
शहर में स्थित एक सीएचसी केंद्र संचालक लक्की आंतिल ने बताया कि बुधवार शाम को पोर्टल रुक-रुक कर चल रहा था। इसके बाद वीरवार सुबह पोर्टल पूर्ण रूप से कार्य कर रहा था। पात्र युवा पोर्टल पर अपने आवेदन करवा रहे थे। उनके केंद्र पर भी 18 युवाओं ने आवेदन किया है, लेकिन अचानक 11 बजे के आसपास पोर्टल बंद हो गया। ऐसे में युवाओं को पोर्टल पर आवेदन करने में परेशानी झेलनी पड़ रही है।
सीईटी आवेदन की अंतिम तिथि पर भी तकनीकी बाधाएं
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) की ओर से आयोजित कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) में आवेदन की अंतिम तिथि वीरवार है, लेकिन उम्मीदवारों को तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आवेदकों की शिकायत है कि उन्हें आवेदन करते समय उनके ईमेल पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) प्राप्त नहीं हो रहा है, जिससे वे अपनी पंजीकरण प्रक्रिया पूरी नहीं कर पा रहे हैं।
यह समस्या सिर्फ ओटीपी तक सीमित नहीं है। जिले में पिछले काफी दिनों से सरल पोर्टल भी ठीक से काम नहीं कर रहा है। इसके चलते जाति प्रमाण पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज नहीं बन पा रहे हैं, जो सीईटी के लिए आवेदन करने हेतु अनिवार्य हैं।
सबसे बड़ा खामियाजा उन अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ रहा है, जिन्हें सीईटी के लिए आवेदन करना है। अमित अभ्यर्थी ने बताया कि वह पिछले 10 दिनों से अपना जाति प्रमाण पत्र नहीं बनवा पा रहा है। उसने चिंता व्यक्त की कि यदि सीईटी की आवेदन तिथि आगे नहीं बढ़ाई गई, तो वह आवेदन करने से वंचित रह जाएगा।
युवाओं का कहना है कि सीईटी के पंजीकरण शुरू होने के बाद से ही पोर्टल की धीमी गति उनके लिए सिरदर्द बनी हुई थी और अब पिछले कुछ दिनों से तो यह पूरी तरह से ठप पड़ा है। यह समस्या केवल सीईटी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कॉलेजों में चल रही आवेदन प्रक्रिया में भी इन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, जिससे कॉलेज में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्रों को भी परेशानी हो रही है।