सोनीपत के जटोला गांव के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एससी मतदाताओं के लिए अलग बूथ बनाने का मामला सामने आया है। गांव के करतार सिंह बज्जर ने राज्य निर्वाचन आयोग से मामले की शिकायत की है। कहा है कि गांव में जाति विशेष का अलग वार्ड तो था ही, अब एक कदम आगे बढ़ाते हुए उस जाति विशेष के बूथ को भी अलग कर चौपाल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
चुनाव आयोग को भेजी शिकायती में करतार ने कहा है कि उनके गांव में जो मतदाता सूची तैयार की गई थी, उसमें गांव के किसी भी कोने में रहने वाले एससी वर्ग के मतदाताओं का एक अलग से वार्ड बनाया गया था। ऐसे में वह चाहे गांव में कहीं पर रहते हों, उन्हें वोट देने एक वार्ड में ही आना पड़ता था। साल 2016 का पंचायती चुनाव इसी मतदाता सूची के आधार पर हुआ था। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। साल 2021 में हाईकोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया। इसके बाद पंचायती चुनाव की वोटर लिस्ट में एससी वर्ग को उनके मकानों के मुताबिक वार्डों में जगह दे दी गई थी।
इधर, लोकसभा चुनाव की जारी मतदाता सूची में (आरक्षित वर्ग, जिसमें सिर्फ जुलाहे शामिल हैं) उनका अलग वार्ड कर दिया गया है। अलग मतदान केंद्र बनने पर उन्हें इस बात की जानकारी हुई। पहले इस वार्ड की वोटिंग गांव के संयुक्त मतदान केंद्र पर ही होती थी, लेकिन इस बार आरक्षित वर्ग के मतदाताओं के लिए नई बनी आरक्षित वर्ग की चौपाल में मतदान केंद्र बनाया गया है, जहां पर 177 नंबर बूथ आरक्षित किया गया है।
अलग बूथ से दिख रहा जातिवाद
करतार सिंह का कहना है कि अलग बूथ बनाए जाने से गांव में जातिवाद और छुआछूत साफ झलकता है। उन्होंने बूथ को राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्थानांतरित करने की मांग की है। साथ में जाति आधारित मतदाता सूची को भविष्य में बदलने का अनुरोध किया है।
अधिकारी के अनुसार
मेरे संज्ञान में यह मामला अभी आया है। इसकी विशेष रूप से जांच करवाई जाएगी और वोट बनाने वाले बीएलओ से भी इसकी विस्तृत रिपोर्ट ली जाएगी। -श्वेता सुहाग, एसडीएम खरखौदा।