जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और अन्य को जंतर-मंतर या राष्ट्रीय राजधानी में किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति देने की मांग याचिका पर उच्च न्यायालय बुधवार को सुनवाई करेगा। मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की पीठ के समक्ष दायर याचिका पर तत्काल सुनवाई के लिए आग्रह किया गया लेकिन पीठ ने इसे बुधवार के लिए सूचीबद्ध कर दिया।
सोनम वांगचुक ने जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल करने की इजाजत मांगी थी, जिसकी अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि 30 से 32 दिनों तक चलने के बाद हम यहां आए हैं। दिल्ली में अपने देश के कुछ शीर्ष नेताओं से मिलना चाहते हैं और उनसे अपनी शिकायतें साझा करना चाहते हैं।
पदयात्रा कर लेह से दिल्ली पहुंचे लद्दाखियों को दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर में अनशन करने की अनुमति देने से मना कर दिया था। अनशन करने की अनुमति नहीं मिलने के बाद रविवार दोपहर को चाणक्यपुरी के लद्दाख भवन में सोनम वांगचुक समेत लद्दाखी अनशन पर बैठ गए थे।