उत्तराखंड

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियां जारी, जाने कैसे पड़ रहा है असर

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियां जारी हैं। इधर, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखें तो रूस और यूक्रेन के बीच भी युद्ध चल रहा है। अब सवाल है कि हिमाचल और विदेशी तनाव का आपस में क्या संबंध है? अगर स्थानीय मुद्दों को देखें, तो दून क्षेत्र के लोग कारोबार पर युद्ध के असर भी गिना रहे हैं। इस स्थिति को विस्तार से समझते हैं।

हिमाचल प्रदेश के बद्दी को एशिया का सबसे बड़ा फार्मास्यूटिकल हब कहा जाता है। यह छोटा सा शहर राज्य के औद्योगिक राजस्व में करीब आधा योगदान देता है। वहीं, यह रोजगार का भी बड़ा गढ़ है। बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (BBN) औसतन 23 किमी लंबा है। यहां 2200 औद्योगिक इकाइयां हैं, जिनमें करीब 450 फार्मा के काम में जुटी हुई हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यहां रहने वाले और कारोबारी बढ़ती महंगाई और रूस-यूक्रेन युद्ध के असर बता रहे हैं।

कैसे पड़ रहा है असर
फार्मा के अलावा बद्दी टेक्सटाइल हब भी है। कहा जा रहा है कि यह उद्योग भी संकट में है। रिपोर्ट के मुताबिक, बद्दी टेक्सटाइल से जुड़े सूत्रों ने कहा, ‘देश में महंगाई और यूक्रेन युद्ध ने हमपर असर डाला है।’ एक अधिकारी का कहना है कि 2022 में की गई खरीदी कोविड से पहले हुई खरीदी का एक छोटा सा हिस्सा है। उन्होंने कहा, ‘रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते हुए ऊर्जा संकट के कारण यूरोप से कोई ऑर्डर नहीं हैं। ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए यूरोप परिधान जैसी चीजों पर ज्यादा खर्च नहीं कर रहा है।’

ये भी बड़े मुद्दे
स्थानीय स्तर पर ट्रांसपोर्ट की भी परेशानी है। बद्दी में एशिया का सबसे बड़ा ट्रांसपोर्ट यूनियन है, जिसमें 10 हजार से ज्यादा ट्रक हैं। अब यूनियन बाहर के ट्रक चालकों को क्षेत्र में आने की अनुमति नहीं देता है, जिसके चलते बड़े कारोबारी ट्रांसपोर्ट की बढ़ी कीमतों की शिकायत कर रहे हैं।

यहां बद्दी और चंडीगढ़ को जोड़ने वाले रेलवे ट्रैक का भी इंतजार जारी है। 28 किमी लंबे इस ट्रैक में 25 किमी भाजपा शासित हरियाणा में है। जबकि, 3 किमी हिमाचल प्रदेश में है। इस परियोजना का खर्च 1770 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

BBN में आवास भी एक बड़ा मुद्दा है। साथ ही बद्दी से नालागढ़ तक खराब सड़क भी एक मुद्दे के रूप में सामने आया है। हालांकि, फोर लेन रोड का काम जारी है।

पिछला चुनाव
बीते विधानसभा चुनाव में दून सीट से भारतीय जनता पार्टी के परमजीत सिंह ने जीत दर्ज की थी। वह इस बार भी मैदान में हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नामांकन दाखिल करने के दौरान उनके साथ मौजूद रहे। 2017 में कांग्रेस प्रत्याशी राम कुमार दूसरे स्थान पर रहे थे।

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