
सुबह करीब साढ़े 10 बजे विमानों की तेज आवाज सुनकर लोग अपने घरों की छतों पर चढ़कर वीडियो बनाने लगे। लोगों ने इन खास पलों को अपने फोन में कैद कर लिया। एक साथ नौ विमानों के करतब देखना शहरवासियों के लिए पहला अनुभव था।
महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डा परिसर में पहुंचे सीएम नायब सिंह सैनी ने एयर शो का शुभारंभ किया। भारतीय वायु सेना की सूर्य किरण टीम ने हैरतअंगेज करतबों से शहरवासियों का दिल जीत लिया। मौके पर मौजूद सेना हिसार छावनी के सैनिक, अधिकारी, उनके परिजन, आर्मी पब्लिक स्कूल और एनसीसी के बच्चे रोमांच से भर गए। 8 बजे से ही लोग एयर शो के लिए पहुंचने लगे थे। एयर शो सूर्यकिरण टीम के नौ लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी और करतब दिखाए।
सुबह करीब साढ़े 10 बजे विमानों की तेज आवाज सुनकर लोग अपने घरों की छतों पर चढ़कर वीडियो बनाने लगे। लोगों ने इन खास पलों को अपने फोन में कैद कर लिया। एक साथ नौ विमानों के करतब देखना शहरवासियों के लिए पहला अनुभव था। एयर शो के लिए कई एकड़ में फैले मैदान की सफाई करवाई गई थी। मौके पर 15 हजार लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई हैं। लोग खुले मैदान में खड़े होकर भी विमानों के करतब दिखा रहे हैं। वहीं, वीआईपी के लिए सोफे का इंतजाम किया गया है।
तिरंगे के रंग में सराबोर हुआ आसमान
विमानों का धुआं तिरंगे के रंग में में नजर आया। इसके साथ ही दो विमानों ने उल्टी दिशा में जाकर दिल की आकृति भी बनाई। इसे देख वहां बैठे लोग उत्साह से भर गए और तालियां बजाने लगे। विमानों की गर्जना और वहां चलाए जा रहे देशभक्ति के गीतों ने लोगों में जोश भर दिया। हालांकि एयर शो का असर रविवार को उड़ने वाली सेवाओं पर भी पड़ेगा। एयरपोर्ट ऑथारिटी के अनुसार एयर शो के कारण जहाज आधे घंटे की देरी से उड़ान भरेंगे।
ये है सूर्य किरण टीम की खासियत
सूर्य किरण की स्थापना 1996 में हुई थी। सूर्य किरण वायु सेना की 52वीं स्क्वॉड्रन का हिस्सा है। यह एरोबेटिक्स प्रदर्शन टीम है। इस टीम में लड़ाकू विमानों के 13 पायलट होते हैं जिसमें से 9 ही एक साथ उड़ान भरते हैं। उनके पास किरण विमान संचालन का 1,000 घंटे और लड़ाकू उड़ान का लगभग 2,000 घंटे का अनुभव होता है। सूर्य किरण टीम ने अपना पहला सार्वजनिक प्रदर्शन 15 सितंबर, 1996 को कोयंबटूर स्थित वायुसेना प्रशासनिक महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह में दिया था। सूर्य किरण की टीम में शामिल पायलटों ने शहीद विंग कमांडर साहिल गांधी के परिवार को एयर शो का निमंत्रण उनके घर जाकर दिया है। मालूम हो कि 2019 में बेंगलुरु में भारतीय वायुसेना की हवाई करतब टीम सूर्य किरण के दो विमान टकराने के दौरान हादसे में साहिल गांधी शहीद हो गए थे।
दो हिस्सों में प्रदर्शन करती है सूर्य किरण टीम
सूर्य किरण टीम दो हिस्सों में एयर शो करती है। पहले हिस्से में, सभी विमान एक साथ आकर एक आकृति बनाते हैं। दूसरे हिस्से में सभी विमान अलग-अलग टीमों में बंटकर आकाश में विभिन्न करतब दिखाते हैं और फॉर्मेशन करते हैं। एयर शो के दौरान ये विमान 150 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 650 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उड़ान भरते हैं। इतनी रफ्तार में भी विमान एक दम से दिशा बदलते हैं। इन करतबों को देख कोई भी गर्व और रोमांच से भर जाता है।
ये है विमान की खासियत
लंबाई – 34 फीट 9 इंच
विंगस्पैन- 35 फीट 1 इंच
ऊंचाई-11 फीट 11 इंच
खाली वजन- 2560 किलो
अधिकतम टेकऑफ वजन- 4235 किलो
स्पीड- 695 प्रति घंटे
अधिकतम ऊंचाई- 30,020 फीट