हर बार की तरह स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध शुरू कर दिए गए हैं। पिछले सप्ताह अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के बाद इस बार सुरक्षा प्रबंधों को और पुख्ता किया जा रहा है। लाल किले की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस ने कमर कस ली है। दिल्ली पुलिस की ओर से लाल किले की सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए स्नाइपर, फेशियल रिकग्निशन सिस्टम (एफआरएस), सीसीटीवी कैमरे तैनात किए जा रहे हैं।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक इस बार ड्रैगुनोव एसवीडी राइफलों के साथ स्नाइपर्स की संख्या बढ़ा दी गई है। जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भी इन्हीं राइफलों के साथ निशानेबाजों को विदेशी मेहमानों की सुरक्षा में तैनात किया गया था। इन राइफलों की व्यावहारिक सटीकता सीमा 800 मीटर से ज्यादा है। रूस में निर्मित इन राइफलों को चलाने के लिए निशानेबाजों को खासा प्रशिक्षण दिया गया है।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि लाल किले पर समारोह के दौरान लोगों को वेरिफाई (सत्यापित) करने के लिए एक ऐप का उपयोग किया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले ने इस स्वतंत्रता दिवस में स्नाइपर और एफआर सीसीटीवी की भूमिका को अहम बना दिया है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने लाल किले की कड़ी सुरक्षा के लिए सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गहन मंथन किया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान लाल किले के एक किलोमीटर के दायरे में स्पॉटर्स फेस रिकग्निशन सिस्टम (एफआरएस) सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि एफआरएस-फिट कैमरों का इस्तेमाल चार-पांच साल से किया जा रहा है, लेकिन इस बार इनकी संख्या 1,000 से अधिक की जाएगी। इससे अलावा आयोजन स्थल के आसपास रहने वाले लोगों के सत्यापन के लिए ई-परीक्षा ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) एमके मीना ने बताया कि समारोह में आने वाले मेहमानों की सुरक्षा के साथ ही लाल किले के आसपास रहने वाले लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर ई-परीक्षा ऐप के जरिये कार्यक्रम स्थल के आसपास के लोगों, श्रमिकों और दुकानदारों को सत्यापित किया जाएगा। पहली बार इस ऐप का इस्तेमाल स्वतंत्रता दिवस समारोह की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
बाद में इस एप का इस्तेमाल सत्यापन के लिए पूरे शहर में किया जा सकता है। इसके साथ ही सूत्रों ने बताया कि लाल किले और मध्य और उत्तरी दिल्ली के अहम स्थानों की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों के जवानों सहित 10,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने की योजना बनाई है।