दिव्यांका त्रिपाठी ने कास्टिंग काउच पर किया खुलासा, बड़ा ब्रेक के लिए रखा था ये प्रस्ताव

नई दिल्ली: टेलीविजन एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी एक जाना-पहचाना नाम हैं. वह कई प्रोजेक्ट्स से जुड़ी रही हैं और ‘ये है मोहब्बतें’ उनके सबसे यादगार शोज में  से एक है. हालांकि दिव्यांका ने भी अपने करियर के शुरुआती दौर में स्ट्रगल को देखा है. उन्होंने बताया है कि कैसे कास्टिंग काउज का सामना करने पड़ विरोध किया था तो उन्हें खतरनाक धमकी दी गई थी. 

निर्देशक ने किया बड़े ब्रेक का वादा

बॉलीवुड बबल के साथ एक इंटरव्यू के दौरान, एक्ट्रेस ने कास्टिंग काउच के बारे में यह खुलासा किया कि जब आप एक शो खत्म करते हैं तो फिर संघर्ष फिर से शुरू हो जाता है. एक समय था जब पैसे नहीं थे, उन्हें बिल, ईएमआई आदि का भुगतान करना पड़ता था. दिव्यांका ने कहा कि बहुत दबाव था, और फिर एक प्रस्ताव आया, ‘आपको इस निर्देशक के साथ रहना होगा और आपको एक बड़ा ब्रेक मिलेगा’. लेकिन एक्ट्रेस ने ऐसे प्रस्तावों को तुरंत खारिज कर दिया.

करियर खराब करने की मिली धमकी

एक्ट्रेस ने आगे खुलासा किया कि #MeToo कैंपेन से पहले उनके साथ ऐसा हुआ था और उन्हें इस तरह के लोगों द्वारा उनके करियर को खराब करने की धमकी भी दी गई थी. दिव्यांका ने कहा कि इस तरह के ऑफर देने वाले लोग आपको इस तरह से मनाते हैं कि इंडस्ट्री में हर कोई इसे कर रहा है. इस तरह वे आपको लालच देते हैं कि अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आप पीछे रह जाएंगे.

धमकियों पर ऐसा होता था एक्ट्रेस का रिएक्शन 

उन्होंने आगे कहा कि वे कभी-कभी इस स्तर पर चले जाते हैं कि यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो हम आपका करियर बर्बाद कर देंगे. हालांकि, दिव्यांका इस तरह की छोटी-छोटी धमकियों पर हंसती थीं और उनका मानना ​​है कि उनकी प्रतिभा को पहचान मिलेगी और उन्हें उस आधार पर काम मिलेगा.

इन शोज में भी लिया हिस्सा 

हिट शो के अलावा, दिव्यंका ने अपने पति और एक्टर विवेक दहिया के साथ डांस रियलिटी शो ‘नच बलिए 8’ में भी भाग लिया और जीता. पिछले साल, उन्होंने ‘खतरों के खिलाड़ी 11’ में हिस्सा लिया और वह रनअप रहीं. हाल ही में, ईटाइम्स से बात करते हुए, दिव्यांका ने नकुल मेहता के साथ ‘बड़े अच्छे लगते हैं 2’ को ठुकराने पर खुलासा करते हुए कहा, ‘इस इंडस्ट्री में इतने सालों तक काम करने के बाद अगर यह मैं या एक एक्टर के रूप में कोई भी है तो हमें कम से कम यह होना चाहिए. मुझे एक ऐसे प्रोजेक्ट चुनने की फ्रीडम होनी चाहिए जिसके बारे में मैं इमोशनल हूं. मेरी ओर से प्रस्ताव को स्वीकार करना गलत होगा और फिर मैं वह परिणाम नहीं दे पाऊंगा जो मुझे देने की उम्मीद है.’