गुजरात में कांग्रेस ने ‘युवा हूं, लड़ सकता हूं’ स्लोगन के साथ चुनाव अभियान किया शुरू

अहमदाबाद, उत्तर प्रदेश में “लड़की हूं, लड़ सकती हूं” स्लोगन के साथ चुनाव मैदान में उतरी कांग्रेस गुजरात में युवा हूं, लड़ सकता हूं जैसे स्लोगन के साथ अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करेगी। गुजरात में बजट सत्र से पहले विधायकों को संसदीय प्रशिक्षण के लिए आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की आगामी रणनीति पर भी चर्चा की। ‌

प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकुर एवं नेता विपक्ष सुखराम राठवा तथा प्रदेश प्रभारी डॉ रघु शर्मा की अगुवाई में गुजरात कांग्रेस के विधायकों को बजट सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति के गुर सिखाए गए। कोरोना महामारी के दौरान गुजरात में हुई मौतों को लेकर कांग्रेस पहले से हमलावर है, युवाओं को रोजगार तथा महिला सुरक्षा को लेकर के भी कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लेने से नहीं चूक रही है।

राज्यसभा सदस्य अमीबेन याग्निक, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, पूर्व अध्यक्ष सिद्धार्थ पटेल, पूर्व अध्यक्ष अमित चावड़ा पूर्व नेता प्रतिपक्ष परेश धनाणी आदि नेताओं की उपस्थिति में पार्टी नेताओं ने आगामी विधानसभा चुनाव एवं बजट सत्र की रणनीति पर चर्चा की।

गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के गृह जिले में बीते दो सप्ताह में हत्या की आधा दर्जन वारदात को लेकर कांग्रेस में राज्य की भाजपा सरकार को प्रशासनिक रूप से विफल बताते हुए सरकार से नागरिकों की सुरक्षा पर ध्यान देने की मांग की गई है। प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने राजकोट के पुलिस आयुक्त मनोज अग्रवाल की ओर से व्यापारियों एवं बिल्डर लाबी से अवैध वसूली के मामले में सरकार एवं भाजपा नेताओं को सीधे कटघरे में खड़ा किया है।

कांग्रेस अध्यक्ष का आरोप है कि भाजपा पुलिस अधिकारी एवं कलेक्टर को पार्टी का एजेंट बनाकर उनके जरिए जनता से अवैध धन वसूली करने में लिप्त हैं। ‌गुजरात की जनता वर्तमान सरकार एवं प्रशासन से आजीज आ चुकी है तथा आगामी चुनाव में वह इनसे छुटकारा पा लेगी।

नेता विपक्ष सुखराम राठवा ने कहां है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में महिलाओं को जागरूक करने का काम किया है। उत्तर प्रदेश की तर्ज पर गुजरात में भी युवा हूं लड़ सकता हूं इस तरह का चुनावी

जागरूकता अभियान चलाने पर कांग्रेस विचार करेगी। सुखराम भाई ने प्रदेश भाजपा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि भाजपा राज्य में सरकारी मशीनरी एवं प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। किसान मजदूर महिलाएं एवं युवा वर्ग के अधिकारों को छीना जा रहा है। राज्य में कानून व्यवस्था बदहाल है चुनाव के वक्त केंद्र सरकार किसानों को खुश करने के लिए उनके खातों में कुछ हजार रुपए डाल देती है। गुजरात भाजपा एवं नेताओं में सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। सुखराम भाई ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस शहर की 50 से 55 सीटों के लिए एक खास रणनीति पर काम कर रही है, तीन से चार युवाओं के ग्रुप को एक-एक एक एक सीट कर उसे जीतने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

युवा मिलकर विधानसभा में संपर्क करेंगे तथा जिसे भी पार्टी टिकट देगी उसे जिताने का प्रयास करेंगे गुजरात में कांग्रेस को उत्तर गुजरात सौराष्ट्र तथा मध्य गुजरात के ग्रामीण इलाकों से अच्छा समर्थन मिलता है लेकिन अहमदाबाद सूरत राजकोट एवं वडोदरा जैसे महानगरों में कांग्रेस बुरी तरह पिछड़ जाती है इन शहरों की 50-55 सीटें कांग्रेस के हाथ से सीधे फिसल जाती है जिसके कारण पिछले तीन दशक से भाजपा उस पर बढ़त बनाए हुए हैं।

विधानसभा एवं निकाय चुनाव के दौरान कांग्रेस को अक्सर दलबदल करने वाले नेताओं की समस्या से जूझना पड़ता है लेकिन इस बार पार्टी अपने पुराने समर्पित परिवारों के सदस्यों को ही टिकट देने का मन बनाया है ताकि चुनाव के बाद कोई भी नेता पार्टी छोड़कर नहीं जा सके। राठवा का कहना है कि भाजपा के शासन में आदिवासियों कि सामाजिक अधिकारों का हनन हुआ है, कांग्रेस गरीब आदिवासियों एवं किसानों के हितों को सर्वोपरि रखती है जबकि भाजपा अमीर एवं उद्योग पतियों को प्राथमिकता देती है। आगामी चुनाव में कांग्रेस राज्य के छोटे-छोटे समुदायों को अपने साथ जोड़े की ताकि चुनाव परिणाम अपने पक्ष में कर सकें।

राज्यसभा सदस्य शक्ति सिंह गोहिल ने संसदीय प्रशिक्षण शिविर में खास उपस्थिति दी। ‌ पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले एबीजी शिपयार्ड का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की निगाहों के नीचे यह सब घोटाला चलता रहा। कांग्रेस ने कई साल पहले इस घोटाले की साजिश को लेकर केंद्र सरकार को आगाह कर दिया था इसके बावजूद सरकार ने उस पर ध्यान नहीं दिया जिसके कारण आज आप आदमी की जमा पूंजी चंद उद्योगपति डकार गए। ऋषि अग्रवाल वाइब्रेंट गुजरात में एमओयू कर उसके आधार पर बैंकों से हजारों करोड़ के लोन उठाकर ठगी करता था। गुजरात सरकार की जानकारी में यह बात आने के बावजूद उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया वाइब्रेंट गुजरात उद्योगपतियों के लिए बैंक को से जनता का धन लूटने का एक माध्यम बन गया है इसलिए अब इसे राज्य सरकार को बंद कर देना चाहिए।