चक्रवाती तूफानों का नाम रखने के लिए ये एक सिस्टमेटिक प्रक्रिया है, जानें इनके नामकरण से जुड़ी अहम बातें

How Are Cyclone Named: ओडिशा (Odisha) और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) की ओर तेजी से आसानी चक्रवात (Asani Cyclone) बढ़ रहा है. विशेषज्ञों के मुताबिक, 9 मई को आसानी चक्रवात ओडिशा के तट से टकरा सकता है. खतरे को देखते हुए NDRF और SDRF की टीमें तैनात कर दी गई हैं. ओडिशा की तरफ बढ़ रहे इस चक्रवात को ‘आसानी’ नाम दिया गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन चक्रवातों का नाम कैसे रखा जाता है? इसकी क्या प्रक्रिया है?

इन राज्यों में दिख सकता है ‘आसानी’ का असर

आईएमडी ने बताया कि 8 मई तक चक्रवात आसानी बंगाल की खाड़ी में प्रवेश करेगा. इसके बाद इसकी रफ्तार 75 किमी/घंटे हो सकती है. हम अभी इस पर नजर बनाकर हुए हैं. चक्रवाती तूफान आसानी का असर पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, झारखंड और उत्तर-पूर्व के राज्यों में देखने को मिल सकता है. बीते कुछ सालों से ओडिशा को चक्रवातों का सामना करना पड़ रहा है.

मछुआरों को समुद्र की ओर नहीं जाने की सलाह

मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार शाम तक आसानी के और तेज होकर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. 9 मई से समुद्र में स्थिति खराब हो सकती है, इसलिए मछुआरों को समुद्र की ओर नहीं जाने की सलाह दी गई है. चक्रवाती तूफान की स्पीड 80-90 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है.

कैसे होता है चक्रवाती तूफान का नामकरण?

गौरतलब है कि हर तूफान का एक अलग नाम रखा जाता है. इसकी जिम्मेदारी 13 देशों के पास है. इनका नामकरण सिस्टमेटिक तरीके से होता है. विश्व मौसम विभाग संगठन के तहत आने वाले दुनिया में स्थित वॉर्निंग सेंटर की तरफ से नामकरण किया जाता है. जिन देशों में चक्रवात के प्रभाव की आशंका होती है उन्ही देशों का समूह तूफान का नाम रखता है.

जान लें कि तूफान का नाम रखने वाले देशों के इस समूह में भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, म्यांमार, ओमान, ईरान, मालदीव, श्रीलंका, थाईलैंड, सउदी अरब, कतर, यमन और यूएई शामिल हैं. चक्रवाती तूफान का नाम 64 देश अपनी बारी आने पर रखते हैं. अल्फाबेट के अनुसार देशों को चक्रवात तूफान का नाम रखने का मौका मिलता है.