
हरियाणा से मानसून की विदाई शुरू हो चुकी है। अगले 4-5 दिन तक प्रदेश के तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग का कहना है कि यह स्थिति 25 सितंबर तक बनी रहेगी। मौसम विभाग के मुताबिक इस दौरान प्रदेश के दिन के तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी। प्रदेश में 20 सितंबर तक औसतन 411.7 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक 568.4 एमएम बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 43 प्रतिशत ज्यादा है। सबसे ज्यादा बारिश यमुनानगर में 1116.9 एमएम दर्ज की गई है जबकि सबसे कम बारिश सिरसा में 346.6 एमएम दर्ज की गई है।
हालांकि रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। वहीं, कई जिलों में अभी भी खेतों में बरसाती पानी भरा हुआ है, जिसके चलते फसलें खराब हो रही हैं। सरकार के आदेश पर रेवेन्यू पटवारी फील्ड में उतरे हैं और सर्वे कर रहे हैं, ताकि फसलों में हुए नुकसान का आकलन किया जा सके।
हिसार स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदनलाल खीचड़ ने बताया कि राजस्थान के ऊपर एक एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से उत्तर-पश्चिमी खुश्क हवाएं चलेंगी।
इससे हरियाणा में मौसम परिवर्तनशील, लेकिन खुश्क रहने की संभावना है। इस दौरान प्रदेश में दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है, जिससे बीच-बीच में हल्के बादल आने की भी संभावना है। 25 सितंबर तक मौसम ऐसे ही रहेगा।
शनिवार को हरियाणा में सबसे गर्म जिला पलवल रहा, जहां 36.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। सबसे कम तापमान पानीपत के उझा क्षेत्र के आसपास रहा, जहां 32.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।उधर, हिसार, भिवानी, मेवात, जींद, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र समेत कई जिलों में बरसाती पानी में फसलें अभी भी डूबी हुई हैं। रेवेन्यू पटवारी खेतों में जाकर सर्वे कर रहे हैं और फसल नुकसान को पोर्टल पर अपलोड कर रहे हैं।