पटना के मीठापुर में आरओबी और फ्लाईओवर निर्माण का रास्ता साफ, इतने मकान होंगे ध्वस्त
पटना के मीठापुर में आरओबी और फ्लाईओवर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। जिला प्रशासन ने शनिवार को मीठापुर में 77 डिसमिल जमीन को अधिग्रहित करने के लिए 35 मकान ध्वस्त करने का काम शुरू किया। यह अगले एक सप्ताह तक चलेगा। अतिक्रमण हटाने के दौरान हंगामा की आशंका में डीएम, एसएसपी सहित प्रशासन का पूरा अमला शनिवार सुबह ही मीठापुर रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंच गया।
हंगामे की आशंका में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। अतिक्रमणकारियों को पहले ही नोटिस दिया गया था लेकिन कब्जा नहीं हटने पर शनिवार से मकान को ध्वस्त करने का काम शुरू किया गया। कागजात के साथ कर्मचारी और अधिकारी भी मौजूद रहे। शुरू में कुछ लोगों ने हंगामा किया। मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हें हटा दिया। रविवार को भी मकान तोड़ने का काम जारी रहेगा। अधिकारियों का कहना है कि जहां फ्लाईओवर बनना है, वहां से अतिक्रमण पूरी तरह हटाया जाएगा।
रविवार को भी लगेगा कैंप
यह मामला 2007 से ही लंबित है। लंबे समय तक मामला न्यायालय में चला। इसके बाद अधिग्रहण की कार्रवाई की जा रही है। अपर समाहर्ता राजस्व राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि जिन्हें भूमि का मुआवजा दिया जाना है, इसके लिए रविवार को भी वहां कैंप लगाया जाएगा।
एक सप्ताह पहले दिया था 27 को नोटिस
मीठापुर स्थित गया रेलवे गुमटी से होकर वाहनों को गुजरना पड़ता था, जिससे अक्सर जाम की समस्या हो जाती थी। इस समस्या के समाधान के लिए पुनपुन से आने वाली सड़क की ओर से फ्लाईओवर का निर्माण कार्य जारी है। 77 डिसमिल जमीन पर बने मकान के ऊपर से फ्लाईओवर को बनाया जाना है। इस भूमि को खाली कराने के लिए प्रशासन की ओर से एक सप्ताह पहले 27 लोगों को नोटिस दिया गया था।
नौ महीने में तैयार होगा फ्लाईओवर
पुनपुन और मसौढ़ी की ओर से शहर में आने वाले वाहनों को मीठापुर के पास रेलवे क्रॉसिंग से नहीं गुजरना होगा। अगले नौ माह के अंदर यहां फ्लाईओवर बनकर तैयार हो जाएगा। इसकी लागत 21 करोड़ रुपये है। पुराने प्रोजेक्ट का काम पिछले कई सालों से रुका हुआ था। फ्लाईओवर का निर्माण कार्य इरकॉन को करना है। इरकॉन के डीजीएम ने बताया कि अक्टूबर तक फ्लाईओवर बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
मीठापुर गुमटी हो जाएगी बंद
फ्लाईओवर बन जाने के बाद मीठापुर स्थित गया गुमटी को बंद कर दिया जाएगा। वाहनों का परिचालन फ्लाईओवर से होने लगेगा। इससे पुनपुन मसौढ़ी जाने वाले और उधर से आने वाले वाहनों को रेलवे क्रॉसिंग से नहीं गुजरना होगा। जाम की समस्या भी समाप्त हो जाएगी। यह कार्य पिछले ढाई वर्षों से लंबित पड़ा था। मामला न्यायालय में भी पहुंचा था लेकिन अंततः लोगों को मुआवजा देकर निर्माण कार्य शुरू करने का निर्देश प्राप्त हुआ है। इसी आलोक में यह कार्य किया जा रहा है।
नापी को लेकर हुई बहस
कुछ मकानों को तोड़े जोन के दौरान समूह बंद होकर लोग इसका विरोध करने लगे। एक व्यक्ति का कहना था कि डाइनिंग हॉल तक नापी कर दी गई है, ऐसी स्थिति में वह परिवार के साथ कहां जाएगा। इसे लेकर कुछ लोग हंगामा करने लगे, जिसे पुलिस ने शांत कराया। यहां प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिता सिंह का भी मकान है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार प्रशासनिक कार्रवाई से कोई आपत्ति नहीं है।
रात में ढोते रहे सामान
जिन लोगों का मकान तोड़ा गया है, उनके घर का सामान सड़क पर पड़ा हुआ था। वे लोग रात में सामान ढोते रहे। इसके अलावा रविवार से जिनके मकान टूटने हैं, वे लोग भी रात में अपना सामान दूसरी जगह शिफ्ट करते रहे।