पूर्वी यूक्रेन में बढ़ा तनाव,गोलीबारी में दो सैनिकों की मौत, रूस ने लगाए हमले के आरोप
यूक्रेन और रूस के बीच तनाव कम होता नजर नहीं आ रहा है। समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक यूक्रेन की सेना ने कहा है कि पूर्वी क्षेत्र में रूस समर्थित अलगाववादियों की गोलीबारी में दो सैनिकों की मौत हुई है जबकि चार अन्य जख्मी हो गए हैं। यूक्रेन की सेना ने अपने फेसबुक पेज पर कहा है कि उसने रूस समर्थित अलगाववादियों की ओर से एक दिन के भीतर सीज फायर तोड़े जाने की 70 घटनाएं रिकार्ड की हैं। अलगाववादी भारी तोपखानों से गोलीबारी कर रहे हैं।
शुरू किया परमाणु अभ्यास
इस बीच रूस ने अपने रणनीतिक परमाणु मिसाइल बल का अभ्यास शुरू किया है। उसने परमाणु हमला करने वाली बैलेस्टिक, हाइपरसोनिक, और क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया। पनडुब्बी और टीयू-95 बमवर्षक विमानों ने भी इन परीक्षणों में हिस्सा लिया। यहां तक की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ रक्षा मंत्रालय के सिचुएशन रूम में बैठकर इन परीक्षणों को देखा।
एकजुट हुए अलगाववादी
वहीं दूसरी ओर यूक्रेन के रूस समर्थित पूर्वी क्षेत्रों के अलगाववादी नेताओं ने सैन्य लामबंदी का आदेश दिया है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक लड़ाकों को को स्टैंड-बाय पर रखा जा रहा है। युद्ध की गहराती आशंकाओं के बीच जर्मनी और आस्ट्रिया ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है। वहीं लिथुआनिया ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि यदि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यहीं नहीं रोका गया तो उनकी महत्वाकांक्षा बढ़ती जाएगी।
संकट पैदा कर रहा रूस
समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक रूस ने यूक्रेन की सेना पर हमले का आरोप लगाया है। रूस ने शनिवार को कहा कि पूर्वी यूक्रेन के सरकार के कब्जे वाले हिस्से से दो गोले दागे गए जो सीमा पार गिरे। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने रूस के इस दावे को खारिज कर दिया है। वहीं समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिमी देशों ने आरोप लगाया है कि रूस अलग-अलग क्षेत्रों में संकट पैदा कर रहा है ताकि उसे हमला करने का बहाना मिल सके।
मित्र देश करेंगे मदद, उकसावे का जवाब नहीं देगा यूक्रेन
यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि वह रूसी उकसावे का जवाब नहीं देंगे। वह वार्षिक म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में सुरक्षा अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। अमेरिका का अनुमान है कि रूस ने यूक्रेन की सीमाओं पर 169,000 से 190,000 सैनिक तैनात कर रखे हैं। बताया जाता है कि इसमें अलगाववादी लड़ाके भी शामिल हैं। तनाव बढ़ता देख यूरोपीय संघ ने यूक्रेन को आपातकालीन चिकित्सा सामग्री भेजी है। यही नहीं पोलैंड के पीएम ने कहा है कि वह यूक्रेन को और रक्षात्मक हथियार मुहैया कराने के लिए तैयार हैं।
कमला हैरिस ने चेतावनी दी
इस बीच अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस इस मसले पर मुखर हुई हैं। उन्होंने रूस को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उसने यूक्रेन पर हमला किया तो उसको इस गुस्ताखी की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। वहीं अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने बाल्टिक देशों को भरोसा देते हुए कहा है कि यदि रूस से सुरक्षा खतरा पैदा होता है तो उनको अकेले नहीं पड़ने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि रूस पीछे नहीं हट रहा उसके सैनिक हमला करने के लिए तैयार हैं।