उत्तराखंड में हो रही तेज बारिश से सड़कों पर आफत टूट गई है। प्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश मुसीबत का सबब बन गई है। शनिवार को नदी के तेज बहाव, पहाड़ से गिरे पत्थर की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई। हर दिन बड़े स्तर पर सड़कों के बंद होने से लोगों को आवाजाही में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इससे राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में आम जनजीवन भी बुरी तरह प्रभावित हो गया है। लोक निर्माण विभाग के बुलेटिन के अनुसार शनिवार को राज्य में बारिश की वजह से 179 सड़कें बंद चल रही हैं। इसमें तीन राष्ट्रीय राजमार्ग, 10 स्टेट हाईवे और सात मुख्य सड़कें शामिल हैं। शुक्रवार तक राज्य में बारिश की वजह से 121 सड़कें बंद थी जबकि शनिवार को 104 और सड़कें बंद हो गई।
जिससे कुल बंद सड़कों की संख्या दोपहर 12 बजे तक 225 पहुंच गई थी। लेकिन 46 बंद सड़कों को विभाग की ओर से खोल दिया गया था। जिससे अब बंद सड़कों की संख्या 179 रह गई है। लोनिवि के एचओडी अयाज अहमद ने बताया कि बंद सड़कों को खोलने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं।
राज्य भर में 262 जेसीबी मशीनों को तैनात किया गया है और सभी प्रमुख सड़कों को तत्काल खोलने के लिए कहा गया है। विभाग द्वारा बंद सड़कों को खोलन का काम किया जा रहा है लेकिन खराब मौसम सड़कें खोलने में मुसीबत बनता जा रहा है।
राज्य की प्रमुख बंद सड़कें
चमोली से चोपता राष्ट्रीय राजमार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग हर्बर्टपुर से लखवाड़, कमद अयांरखाल, नरेंद्र नगर रानीपोखरी, कर्णप्रयाग नौटी पैठाणी, भिकियासैंण चौखुटिया, उत्तरकाशी टिहरी, घनसाली तिलवाड़ा, थराली देवाल मुन्दोली, गुप्तकाशली कालीमठ कोटमा जाल चौमासी, कालसी चकराता मोटर मार्ग आदि सड़कें बंद चल रही हैं।