देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों का प्रदर्शन जारी, बोले-आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स बढ़ाना अमानवीय है…
देश में बढ़ती महंगाई को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। सड़क से लेकर संसद तक विपक्षी दल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस ने भी बुधवार को केंद्र को आड़े हाथ लिया है। कांग्रेस ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स बढ़ाना अमानवीय है, क्योंकि इससे महंगाई और बढ़ेगी।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार स्वच्छ पैक्ड फूड खरीदने वालों को सजा दे रही है। उन्होंने कहा, ‘ब्रांडेड और लेबल ‘प्री-पैकेज्ड और लेबल’ से बहुत अलग है।
जयराम रमेश ने आगे कहा, ‘सबसे ऊपर समय है। सीपीआई (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) मुद्रास्फीति सात फीसद से ऊपर है, ऐसे में जीएसटी दरें बढ़ाना अमानवीय है। देश में बेरोजगारी अधिक है, रुपये का मूल्यह्रास हो रहा है, चालू खाता घाटा बढ़ रहा है। दुनिया भर में महंगाई बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, कि गरीब उपभोक्ताओं को पहले से पैक और लेबल वाले सामान खरीदने की इच्छा क्यों नहीं रखनी चाहिए।
महंगाई को लेकर विपक्ष का फिर प्रदर्शन
उधर, संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी विपक्षी दलों ने महंगाई और जीएसटी दरों में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया। संयुक्त विपक्ष ने लोकसभा और राज्यसभा में महंगाई को लेकर सरकार पर हमला बोला। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी भी की। संसद के बाहर गांधी प्रतिमा के पास भी विपक्षी दलों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अलावा पार्टी के कई सांसद भी शामिल हुए।
‘आम आदमी का बजट बिगाड़ रही सरकार’
विपक्षी नेताओं ने सरकार पर जीएसटी दरें बढ़ाने को लेकर आम आदमी के बजट को बिगाड़ने का आरोप लगाया। कांग्रेस, एनसीपी, डीएमके और वाम दलों सहित विपक्षी दलों के नेताओं ने दही, ब्रेड और पनीर जैसी वस्तुओं पर जीएसटी दरों में बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।