हैती में गैंगवार की वजह से पूरे देश पर छाए संकट के बादल, बढ़ी आम लोगों की परेशानी
कैरेबियन देश हैती में लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। यहां पर कई दिनों से चल रहे गैंगवार के बीच अब तेल की कमी और बिजली का संकट भी खड़ा हो गया है। इसकी वजह से आम लोगों की रोजमर्रा की परेशानी बढ़ गई हैं। यहां की राजधानी Port-au-Prince में छिड़े गैंगवार में जुलाई से अब तक 234 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग जख्मी हैं। इसी गैंगवार की बदौलत देश में तेल और बिजली संकट भी चरम पर पहुंच गया है। इस गैंगवार में शामिल आपराधिक तत्वों ने देश के तीन प्रमुख आयल टर्मिनल की सेवा को बाधित कर दिया है।
इन सभी टर्मिनल्स पर लगातार हथियारबंद गिरोह के सदस्य घूम-घूम कर सेवा को बाधित करने का काम कर रहे हैं। यहां के दक्षिण-पश्चिम तटीय इलाके Jaremie में एक माह से गैस और तेल की भी जबरदस्त किल्लत चल रही है। इसकी वजह से यहां के आम लोगों को ब्लैक मार्किट से तेल और गैस की खरीद के लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है।
हैरानी की बात है कि ब्लैक मार्किट में इन चीजों की कोई किल्लत भी नहीं है। लेकिन कीमत करीब छह गुना अधिक है। इस गैंगवार पर रोक लगाने में यहां की सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। एक प्रोफेसर Yvon Janvier का कहना है कि आप ब्लैक मार्किट से कुछ भी कई गुना अधिक कीमत देकर खरीद सकते हैं। Jaremie में तेल की कमी की वजह से अधिकतर लोगों को पैदल ही आना जाना पड़ रहा है।
देश की पावर सप्लाई एजेंसी के प्रमुख का कहना है कि तेल को ट्रांसपोर्ट करने में हजारों तरह की दिक्कतें सामने आ रही हैं। तेल से भरी तीन बोट समुद्री तट पर केवल गैंगवार और हथियारबंद समूह की वजह से ही नहीं आ पा रही हैं। राजधानी की तरफ आने वाले रास्ते पर हथियारबंद समूहों ने सामान की आवाजाही पर रोक लगा दी है। हथियारबंद समूहों का इस पर पूरा कंट्रोल बना हुआ है।
बिजली की कमी से गैस से चलने वाले जनरेटर पर लोगों का जीवन फिलहाल चल रहा है। ये भी उन लोगों का हाल है जो लोग ऐसा कर पा रहे हैं। देश के दूसरे बड़े शहर Cap-Haitien में बार और रेस्तरां इसी गैस जनरेटर पर चल रहे हैं। हालांकि गैंगवार के चलते उन्होंने इन्हें खोलने का समय कम कर दिया है। देश के अस्पतालों का भी बुरा हाल है। देश के तीसरे बड़े शहर Les Cayes में हेल्थ सेंटर बेहद कम समय के लिए खुल पा रहे हैं। इनमें केवल लाइट की ही दिक्कत नहीं है बल्कि दवाओं और दूसरी जरूरी चीजों की कमी से भी परेशानी बढ़ गई है।