सरगुजा जिले के मैनपाट वन परिक्षेत्र के हाथी प्रभावित बरडांड में जंगली हाथियों के हमले से बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। पति भी घायल हो गया।उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नर्मदापुर में भर्ती किया गया है। प्रतिकूल मौसम में हाथियों के स्वच्छंद विचरण से प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण भयभीत हैं। लगभग दो महीने से जंगली हाथियों का दल सरगुजा जिले के मैनपाट और रायगढ़ जिले के कापू वन परिक्षेत्र के सीमावर्ती जंगल में जमा हुआ है। पिछले कई दिनों से हाथी मैनपाट के आबादी क्षेत्र में प्रवेश कर रहे थे।
लगातार उनके द्वारा घरों को निशाना बनाया जा रहा था।शनिवार की रात हाथियों का दल ग्राम बरडांड पहुंचा। हाथियों की आहट सुनकर बुजुर्ग दंपती सुरक्षित तरीके से भागने का प्रयास कर रहे थे। उसी दौरान उनका सामना हाथियों से हो गया। हाथियों ने बसमतिया 65 वर्ष को कुचल कर मार डाला। उसका पति विश्वनाथ किसी तरह घायल अवस्था में दूर निकल गया। देर रात हुई इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग का अमला भी प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गया था। हाथियों को सुरक्षित तरीके से दूर खदेड़ने के बाद घायल विश्वनाथ को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैनपाट में भर्ती करा दिया गया है।
बता दें कि जंगली हाथियों के कारण मैनपाट के बरडांड व कंडराजा ठस आसपास के गांव में रहने वाले लोग परेशान हैं। इस साल हाथियों द्वारा अभी तक मैनपाट में 65 घरों को क्षतिग्रस्त किया जा चुका है। हाथियों द्वारा लगातार नुकसान पहुंचाए जाने से प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण भी चिंतित हैं। पिछले दिनों कलेक्टर कुंदन कुमार ने भी हाथी प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर जनहानि रोकने सारे उपाय सुनिश्चित करने का कड़ा निर्देश दिया था, लेकिन इस वर्ष जनहानि की घटना रोकने में वन विभाग को सफलता नहीं मिली। मैनपाट में इन दिनों बादल और धुंध के कारण ज्यादा दूर तक कुछ भी नजर नहीं आता हाथियों की निगरानी भी कड़ी चुनौती बनी हुई है। रात के अंधेरे में हाथियों का स्पष्ट लोकेशन भी नहीं मिल पाता है।