दिल्ली में कोविड के कारण अगस्त में अब तक 40 लोगों की मौत हुई है, जबकि जुलाई के आखिरी 10 दिन में कोरोना वायरस ने 14 लोगों की जान ली थी, यानी महामारी के कारण मौत होने के मामले में करीब तीन गुना बढ़ोतरी हुई है।
आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में एक अगस्त को दो, दो अगस्त को तीन, तीन अगस्त को पांच, चार अगस्त को चार, पांच अगस्त को दो, छह अगस्त को एक, सात अगस्त को दो, आठ अगस्त को छह, नौ अगस्त को सात और 10 अगस्त को आठ मौतें दर्ज की गईं। इसके अलावा 22 और 23 जुलाई को एक-एक, 24,25,26 और 27 जुलाई को दो-दो मौतें हुईं, जबकि 28 जुलाई को किसी भी संक्रमित की मौत नहीं हुई। वहीं 29 और 30 जुलाई को एक-एक मरीज की मौत हुई और 31 जुलाई को किसी भी संक्रमित की मौत नहीं हुई।
दिल्ली में बुधवार को टूटा 180 दिनों का रिकॉर्ड
10 अगस्त को हुई मौतें पिछले 180 दिन में सर्वाधिक हैं। दिल्ली में कोविड के कारण 26,351 लोगों की जान जा चुकी है। दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में संक्रमण के मामले बढ़े हैं। संक्रमण के कारण होने वाली मौतें भी बढ़ रही हैं। हालांकि विशेषज्ञों और अधिकारियों का कहना है कि संक्रमण के कारण उन्हीं लोगों की जान जा रही है जो पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं या जिन्हें कैंसर, टीबी या कोई अन्य गंभीर बीमारी है।
पहले से बीमार लोगों को ज्यादा खतरा
एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि मौत के अधिकतर मामलों में मरीज ‘संयोग’ से कोविड से पीड़ित था, क्योंकि उनका अन्य बीमारियों का इलाज पहले से ही चल रहा था। फोर्टिस अस्पताल, वसंतकुंज में ‘पल्मोनोलॉजी’ की वरिष्ठ डॉक्टर ऋचा सरीन ने कहा कि सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों और पहले से किसी बीमारी से पीड़ित लोगों को है, क्योंकि इस आयु-वर्ग में संक्रमण गंभीर रूप ले रहा है।