मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव और भू-कटाव की रोकथाम के लिए अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। सीएम ने भू-धंसाव की वजह से असुरक्षित हो गए परिवारों को चिह्नित करते हुए उनका सुरक्षित स्थानों पर पुनर्वास के लिए प्रस्ताव तैयार करने को कहा है।
सीएम ने सोमवार को सचिवालय में मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु व आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ जोशीमठ भू-धंसाव की समीक्षा की। अपर सचिव आपदा प्रबंधन आनंद श्रीवास्तव ने बैठक में बताया कि जोशीमठ मुख्यत: पुराने भूस्खलन क्षेत्र पर बसा है। जल निकास की व्यवस्था नहीं होने से वहां भू-धंसाव की स्थिति बन रही है।
शहर में 1970के दशक से भू-धंसाव हो रहा है। फरवरी 2021 में धौलीगंगा में आई बाढ़ से यह समस्या बढ़ी है। उन्होंने कहा, सिंचाई विभाग ने जोशीमठ शहर के स्थायित्व को कार्ययोजना बनाने के लिए छह फर्मों को अधिकृत किया है। इनके तकनीकी प्रस्तावों पर 20 जनवरी तक निर्णय ले लिया जाएगा।
सीएम ने कहा कि जोशीमठ में रह रहे हर व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। जितनी जल्द हो सके सुरक्षात्मक कार्य शुरू किए जाएं। संवेदनशील क्षेत्र का विस्तृत सर्वेक्षण करने के साथ असुरक्षित क्षेत्र चिह्नित करते हुए वहां रह रहे परिवारों को भी सूचीबद्ध किया जाएगा। सीएम ने इन परिवारों के दूसरे सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिए।