अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य का पॉलीग्राफ(लाई डिटेक्टर) टेस्ट एक से तीन फरवरी के बीच होगा। पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद आरोपी का नार्को टेस्ट भी किया जाना है। पुलिस पुलकित से वीआईपी का राज उगलवाना चाहती है। इसके लिए पिछले दिनों न्यायालय में पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट के लिए अर्जी दी गई थी। केवल पुलकित ने ही अपनी शर्तों के आधार पर टेस्ट के लिए हामी भरी थी। इसके लिए पुलिस की ओर से केंद्रीय फोरेंसिक लैब से समय मांगा था। एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने बताया कि केंद्रीय फोरेंसिक लैब ने एक से तीन फरवरी के बीच का समय दिया है।
उन्होंने बताया कि पहले पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जाएगा। इसके बाद नार्को टेस्ट के लिए भी लैब से अनुमति मांगी जाएगी। पुलकित से पूछने के लिए सवालों को तैयार किया गया है। पुलकित से वीआईपी के अलावा उसके मुख्य मोबाइल के बारे में भी जानकारी मांगी जानी है। इसके अलावा उसने अंकिता का मोबाइल कहां फेंका, उस रात उसने कहां और किससे बात की इन बातों को पूछा जाना है।
क्या था मामला?
पिछले साल सितंबर महीने में पौड़ी जिले के एक रिजॉर्ट में काम करने वाली अंकिता के गायब होने की सूचना मिली थी। काफी खोजबीन के बाद अंकिता का शव चीला नहर में मिला था। इस मामले भाजपा नेता के बेटे पुलकित आर्या पर आरोप लगा था। आर्या पर आरोप था कि 19 वर्षीय अंकिता पर रिजॉर्ट में आने वाले ग्राहकों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाया जाता था। इसी बात को लेकर पुलकित आर्या ने उसकी हत्या कर दी थी। इस मामले में किसी वीआईपी को लेकर काफी चर्चा रही है। वो वीआईपी कौन था इसका खुलासा पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद हो सकता है।