चंडीगढ़: आजादी की लड़ाई में जान न्योछावर करने वाले गुमनाम शहीदों को मिलेगी पहचान
सरकार संगरूर में बनाए जा रहे स्मारक में शहीदों के नाम को प्रदर्शित करेगी। गुमनाम शहीदों का पता लगाने के लिए लोगों से मदद मांगी है। मेल पर प्रशासन को सूचना दे सकते हैं।
देश की आजादी की लड़ाई में अपनी जान न्योछावर करने वाले गुमनाम शहीदों को भी अब पहचान मिलेगी। यह संभव होने जा रहा है संगरूर में स्थापित किए जा रहे शहीद स्मारक में। वहां सारे शहीदों के नामों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने शहीदों की सूची तैयार कर ली है।
वहीं, अब सरकार ने उन शहीदों का पता लगाने के लिए आम लोगों की मदद लेने का फैसला लिया है जिनके बारे में सरकार के पास जानकारी नहीं है। इन शहीदों की सूचना ईमेल से सरकार को दी जा सकती है। पंजाब सरकार ने तय किया है कि संगरूर समेत पूरे पंजाब के किसी भी उस शहीद का नाम सूची में शामिल करने से नहीं रहना चाहिए, जो कि किसी भी लड़ाई में देश के लिए शहीद हुआ है। आजादी की लड़ाई में पंजाबियों का अहम योगदान रहा है। ऐसे में इन सभी का रिकॉर्ड जुटाया जा रहा है।
इसके पीछे कोशिश यही है कि देश की युवा पीढ़ी को वीर सपूतों के बारे में जागरूक किया जाए। साथ ही उनके अंदर वीरता के गुण भरे जाएं। जानकारी देने के लिए लोगों को वहां के डीसी की मेल आईडी sgr@punjab.gov.in पर सूचना दी जा सकती है। इसके बाद सरकार द्वारा आगे की कार्रवाई की जाएगी।
900 से अधिक गांवों में बनेंगे स्मारक
पंजाब सरकार राज्य के उन सभी गांवों में शहीदों की याद में स्मारक और प्रवेश द्वार बना रही है, जिन्होंने देश के लिए अमूल्य योगदान दिया है। यह केंद्र सरकार की योजना के तहत चल रहा है। पता चला है कि इसके लिए 900 से अधिक गांवों की पहचान हुई है। जहां पर इस तरह के स्मारक व यादगारें स्थापित की जा रही हैं।