दादरी दमकल विभाग कार्यालय और मौजूदा संसाधनों की पड़ताल में सामने आया कि वर्ष 2022 में चरखी दादरी दमकल विभाग का नया भवन बनकर तैयार हुआ था। लेकिन अब तक यहां पेयजल कनेक्शन नहीं हुआ है। प्रति वर्ष 5 से अधिक बार टैंक को पानी से भरा जाता है।
दमकल के पास मूलभूत सुविधाएं का अभाव है। आलम ये है कि दमकल कार्यालय का नया भवन बनने के दो साल बाद भी यहां पेयजल कनेक्शन नहीं हो पाया है। ऐसे में कर्मचारियों को उधारी के पानी से आग बुझानी पड़ रही है। इस समय अवधि में विभाग की टीमों ने किसानों से पानी लेकर जिले में 524 जगहों पर लगी आग पर काबू पाया है।
बुधवार को संवाददाता ने दमकल विभाग कार्यालय और मौजूदा संसाधनों का जायजा लिया। पड़ताल में सामने आया कि वर्ष 2022 में चरखी दादरी दमकल विभाग का नया भवन बनकर तैयार हुआ था। भवन काफी शानदार है। यहां गाड़ियों में पानी भरने के लिए टैंक भी बनाया गया है। इसकी क्षमता 4.50 लाख लीटर है। हालांकि अब तक यहां पेयजल कनेक्शन नहीं हुआ है। इसके चलते कार्यालय से कुछ दूरी पर स्थित खेतों में लगे ट्यूबवेल के पानी से पहले टैंक भरा जाता है और बाद में पानी गाड़ियों में डाला जाता है। प्रति वर्ष 5 से अधिक बार टैंक को पानी से भरा जाता है।
विधायक के निर्देश के बाद भी स्थिति जस की तस
करीब एक साल पहले विधायक नैना सिंह चौटाला ने भी दमकल विभाग कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था और उनके समक्ष भी पानी कनेक्शन न होने की समस्या रखी गई थी। इस दौरान विधायक ने कनेक्शन जारी करने और लोहारू नहर से दमकल कार्यालय को जोड़ने के निर्देश दिए थे, लेकिन अब तक स्थिति जस की तस है। कार्यालय का बिजली कनेक्शन लोड भी कम है।
तीन माह तक अधिक होती है आग लगने कीं घटनाएं
फसल कटाई सीजन में आग की घटनाएं ज्यादा होती हैं। विभागीय अधिकारियों की मानें तो मई, जून व जुलाई में तेज हवा और आंधी चलने से सूखी फसलें आसानी से आग पकड़ लेती है। इस अवधि के दौरान सबसे अधिक आग की घटनाएं होती हैं।
2022-23 में 245 और 2023-24 में 279 स्थानों पर बुझाई आग
आंकड़ों अनुसार वर्ष 2022-23 में 245 जगहों पर आग लगने की सूचना विभाग को मिली। विभागीय टीमों ने इन जगहों पर जाकर आग पर काबू पाया। इसी प्रकार वर्ष 2023-24 में 279 स्थानों पर आग लगने की सूचना मिलने के बाद विभाग टीमें पहुंचीं।
बिजली का लोड भी कम, तीन गुना अधिक समय लग रहा
दमकल कार्यालय में फिलहाल टू-फेज का बिजली कनेक्शन है। इसका लोड कम है। इससे एक गाड़ी को भरने में तीन गुना अधिक समय लग रहा है। दूसरी ओर विभाग थ्री-फेज बिजली कनेक्शन व लोड़ बढ़वाने के लिए आवेदन के साथ शुल्क भी जमा करवा चुका है, लेकिन नतीजा सिफर है।
विभाग के संसाधनों का बेड़ा
दमकल के पास आग पर काबू पाने के लिए एक रेस्क्यू वाहन के अलावा 4 बड़ी गाड़ियां हैं। एक गाड़ी बाढड़ा में तैनात की गई है। दादरी कार्यालय के पास तंग गलियों के लिए एक छोटी गाड़ी समेत दो बाइकें हैं।
अधिकारी के अनुसार
हमने कार्यालय परिसर में पानी की समस्या के बारे में अपने उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया हुआ है। जल्द ही रिजर्व टैंक तक नहरी पानी पहुंचाने की व्यवस्था करवा दी जाएगी और तब तक वैकल्पिक व्यवस्था के सहारे काम चलाया जाएगा। – सचिन कुमार, एफओ, दमकल विभाग।