गोल्डन टेंपल में योग करने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान धामी ने हिदायत दी है। वहीं उन्होंने कहा कि ऐसी हरकतें सिख रहत मर्यादा एवं गुरमत के खिलाफ है।
अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल (श्री हरिमंदिर साहिब) में योग करने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना की परेशानी कम नहीं हो रही हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने अर्चना मकबाना के खिलाफ थाना कोतवाली में धारा 295-ए (धार्मिक भावनाएं आहत करना) के तहत केस दर्ज करवाया है।
वहीं अब एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने कहा है कि अगर युवती अपने इस गुनाह के लिए श्री हरिमंदिर में नतमस्तक होकर माफी मांगे तो अधिकारी इस पर विचार कर सकते हैं। हालांकि धामी ने ये भी कहा कि उक्त लड़की माफी योग्य नहीं है। ऐसी हरकतें सिख रहत मर्यादा एवं गुरमत के खिलाफ है। अगर लड़की से जाने-अनजाने गलती हो भी गई थी तो उसे अपनी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर वायरल नहीं करना चाहिए था।
धामी ने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य प्रवेश द्वार व अन्य तीनों प्रवेश द्वारों के बाहर बड़ी-बड़ी स्क्रीनों, बोर्ड में मर्यादा प्रति स्पष्ट उल्लेख किया गया है। श्री हरिमंदिर साहिब में प्रवेश को लेकर श्रद्धालुओं के लिए जरूरी हिदायतें भी दी जारी की गई हैं। यही नहीं, लाउड स्पीकर के माध्यम से कर्मचारियों की आवाज में भी रिकार्ड ध्वनि से भी 24 घंटे मर्यादा का ध्यान रखने संबंधी समस्त बातों का उल्लेख किया जाता है।
संगत को किया जाता है सावधान
धामी ने कहा कि गोल्डन टेंपल में आने वाली संगत को कर्मचारी उनके कीमती सामान का ध्यान रखने के लिए सावधान करते रहते हैं। अगर फिर भी संगत को मर्यादा संबंधी हिदायतों की जानकारी हासिल नहीं होती है, तो उन्हें धार्मिक स्थल में प्रवेश से पहले संबंधित सेवादारों, कर्मचारियों अथवा अन्य सिख धर्म से संबंधित श्रद्धालुओं से जानकारी हासिल करनी चाहिए।
अर्चना ने मांगी ली थी माफी
बता दें कि पेशे से फैशन डिजाइनर व सोशल मीडिया एन्फ्लुएंसर गुजरात के वडोदरा निवासी अर्चना मकवाना ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर गोल्डन टेंपल परिसर में योगासन किया था। इसके लिए उसका विरोध होने लगा। विरोध का पता चलने पर 22 जून को ही अर्चना ने सोशल मीडिया पर माफी मांग ली और जो फोटो अपलोड किए थे वह भी हटा दिए थे। अर्चना ने लिखा-मेरा इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। अगर ऐसा हुआ है तो सभी से माफी मांगती हूं।