सोनीपत में तीनों बदमाशों के ढेर होने के साथ ही हिसार में रंगदारी मांगने के तीनाें केस का पटापेक्ष हो गया है। बदमाशों की तलाश में जुटी हिसार पुलिस की पांच टीमों, एसटीएफ और एसआईटी को इन बदमाशों का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया था।
हिसार के ऑटो मार्केट स्थित महिंद्रा शोरूम में पांच करोड़ की रंगदारी की पर्ची फेंककर गोलीबारी करने वाले तीनों बदमाशों का दिल्ली पुलिस और सोनीपत पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने 19 दिन बाद काम तमाम कर दिया। एसटीएफ ने वारदात में इन्हीं बदमाशों के शामिल होने का दावा किया है। ताज्जुब है कि बदमाशों की तलाश में जुटी हिसार पुलिस की पांच टीमों, एसटीएफ और एसआईटी को इन बदमाशों का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया था।
तीनों बदमाशों के ढेर होने के साथ ही शहर में रंगदारी मांगने के तीनाें केस का पटापेक्ष हो गया है। मृतकों में हिसार के गांव खारिया निवासी आशीष उर्फ लालू और हिसार के खरड़ अलीपुर निवासी सन्नी शामिल हैं। सन्नी पर हिसार के गांव खरड़ अलीपुर निवासी केसी ठेकेदार, राजली निवासी शराब ठेकेदार जय सिंह की हत्या के प्रयास सहित कई मामले दर्ज थे। वह हिसार के मोस्ट वांटेड की सूची में शामिल था। आशीष पर 5-5 हजार के दो इनाम घोषित थे।
साल 2023 के अगस्त में आशीष उर्फ लालू ने गांव खारिया में मकान बनाने के लिए लगे चिनाई मिस्त्री अमित की डंडों से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। इस मामले में मुकेश गिरी, अशोक नायक, आशीष उर्फ लालू व रवि नायक पर हत्या का केस दर्ज किया गया था। मृतक अमित के भाई प्रमोद ने पुलिस को बताया था कि करीब एक सप्ताह पहले उसके भाई का सीसवाल के विकास उर्फ शूटर लोहार के साथ झगड़ा हो गया था। उसी रंजिश में अमित की हत्या की गई।
साल 2021 में पृथ्वी सिंह ठेकेदार की हत्या में भी आशीष उर्फ लालू पर हत्या का केस दर्ज हुआ था। इसके अलावा भूना में भी उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। 31 अक्तूबर 2023 को जिले में छह बदमाशों ने तीन घंटे में पांच पेट्रोल पंपों से 4.24 लाख रुपये की डकैती डाली थी। इस मामले में कुल छह आरोपी थे। पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। छठा आरोपी आशीष उर्फ लालू पुलिस के हाथ नहीं आया था। तीन महीने पहले गांव डोभी में फायरिंग की थी। आशीष की मां की मौत हो चुकी है और पिता, भाई गांव में ही खेतीबाड़ी करते हैं।
सन्नी पर दर्ज केस
सन्नी ने हिसार के गांव खरड़ अलीपुर में दिसंबर 2023 में शराब ठेकेदार केसी की गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस मामले में सोनू व अजय को गोली मारी गई थी। वह दोनों बच गए थे। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए थे। केसी की हत्या करने से पहले इन लोगों ने इंस्टाग्राम पर हत्या की जिम्मेदारी ली थी, साथ ही यह भी लिखा था कि खरड़ में तीन-चार दुश्मन बचे हैं उनको भी मारेंगे।
केसी ठेकेदार की हत्या के बाद काला खैरमपुरिया गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी। इससे पहले गांव राजली में शराब ठेकेदार जय सिंह पर गोली चलाई थी. हालांकि वह बच गया था। पुलिस ने हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया था। खरड़ में कुछ लोगों पर फायरिंग के केस थे। सन्नी के पिता की मौत हो चुकी है। गांव में जमीन नहीं है। दूसरा भाई गांव में नहीं रहता। मां गांव में निजी स्कूल में बस सहायक के तौर पर काम करती है।