हरियाणा के विभिन्न इलाकों में डेंगू ,चिकनगुनिया एवं मलेरिया के मामले सामने आने लगे हैं। यमुनानगर में भी डेंगू के तीन और चिकनगुनिया के दो मामले सामने आ चुके हैं। वहीं मलेरिया का एक केस रिपोर्ट हुआ है।
डॉक्टर सुशीला सैनी ने बताया कि यमुनानगर जिला में डेंगू एवं चिकनगुनिया के पांच मामले सामने आ चुके हैं, जबकि मलेरिया का एक मामला सामने आया है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को मलेरिया हुआ है वह उत्तर प्रदेश के सीतापुर का रहने वाला है। हमने वहां भी स्वास्थ्य विभाग को इन्फॉर्म किया है। उन्होंने कहा कि डेंगू व चिकनगुनिया के जो मामले सामने आए हैं। वह बाहर के हैं, लेकिन फिलहाल यहां रह रहे हैं। इस मामले में भी जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि किसी को डेंगू हो जाए और उसके बाद दोबारा से उसे मच्छर काटकर दूसरे व्यक्ति को काट जाए तो उससे भी डेंगू और चिकनगुनिया हो सकता है। इसी को लेकर यमुनानगर के सिविल अस्पताल में एक डेंगू वार्ड बनाया गया है और उसमें सभी तरह के इंतजाम किए गए हैं। मच्छरदानी लगाई गई है, ताकि वहां मच्छर ना आए और किसी दूसरे व्यक्ति में इस तरह से डेंगू का चिकनगुनिया ना फैले।
उन्होंने यह भी बताया कि यमुनानगर जिला में रैपिड फीवर सर्वे करवाया जा रहा है, घर-घर जाकर लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। अभी तक यमुनानगर जिला के शहरी व ग्रामीण इलाकों में 1742 लोगों को नोटिस दिए गए हैं, जहां पानी रुका हुआ था अथवा मच्छर का लारवा मिला। डिप्टी सिविल सर्जन ने लोगों से अपील की कि वह अपने आसपास पानी इकट्ठा न होने दें। घर में भी गमले में भी पानी रखा है, तो उसे गिरा दें। उन्होंने कहा कि यमुनानगर जिला के सभी अस्पतालों में सभी तरह के इंतजाम है।