विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) ने दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम में भाग नहीं लेने की धमकी दी है। उसका कहना है कि अगर तय कार्यक्रम में सुधार नहीं किया गया तो वह ओडिशा विधानसभा द्वारा नवनिर्वाचित विधायकों के लिए आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम में भाग नहीं लेगा। बता दें, ओरिएंटेशन कार्यक्रम 17 और 18 अगस्त को होना है।
यह है मामला
ओडिशा की 147 सदस्यीय विधानसभा में बीजद के 51 सदस्य हैं और उसने ओरिएंटेशन प्रोग्राम के लिए तय कार्यक्रम का विरोध किया है। कार्यक्रम के अनुसार, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समारोह का उद्घाटन करेंगे, जबकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा समापन सत्र को संबोधित करेंगे।
ओडिशा विधानसभा में बीजद के डिप्टी चीफ व्हिप प्रताप केशरी देब ने बुधवार को कहा कि दोनों नेता सदन के सदस्य नहीं हैं। दरअसल, आमतौर पर या तो मुख्यमंत्री, जो सदन का नेता होता है या अध्यक्ष उद्घाटन और समापन सत्रों का मुख्य अतिथि बनता है।
सदन की परंपरा में एक गंभीर अपवाद
देब ने कहा कि इस बार सदन की परंपरा में एक गंभीर अपवाद किया गया है। उन्होंने कहा, ‘ऐसा लगता है कि यह भाजपा पार्टी का कार्यक्रम है। यह उचित नहीं है कि मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के होने पर बाहरी लोग (सदन के गैर सदस्य) कार्यक्रम को संबोधित करें।’
उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री की गरिमा से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। केशरी देब ने अध्यक्ष से इस तरह के कदम से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि अन्यथा बीजद इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होगी।
पटनायक को नहीं किया गया उचित सम्मान
बीजद के एक अन्य वरिष्ठ विधायक गणेश्वर बेहरा ने कहा कि कार्यक्रम ने न केवल ओडिशा विधानसभा की परंपरा का उल्लंघन किया है, बल्कि विपक्ष के नेता नवीन पटनायक को उचित सम्मान भी नहीं दिया गया है।
विधानसभा के एक अधिकारी ने कहा कि विधायकों को सदन के कामकाज, विभिन्न समितियों के कामकाज, बजटीय प्रक्रिया, विशेषाधिकारों और सदस्यों के आचरण और राष्ट्रीय ई-विधान आवेदन (एनईवीए) के उपयोग से संबंधित नियमों और प्रक्रियाओं से परिचित कराने के लिए विधानसभा परिसर में ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
यह लोग भी करेंगे संबोधित
केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम, कटक के सांसद भर्तृहरि महताब और राज्य के पूर्व मंत्री प्रफुल्ल घदाई और नरसिंह मिश्रा भी ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दौरान नए विधायकों को संबोधित करने वाले हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा वरिष्ठ विधायक भी कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में भाग लेंगे।
147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में भाजपा के 78 विधायक, बीजद के 51, कांग्रेस के 14, तीन निर्दलीय और एक माकपा विधायक हैं। इनमें से 82 पहली बार चुने गए हैं।